जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी देखने में भले ही एक लग रही हो, लेकिन लगता नहीं है कि अभी पायलट और गहलोत गुट में पूरी तरीके से समझौता हुआ है. प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार गोविंद डोटासरा को किसी धरने में शामिल होना था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर वो कांग्रेस के धरने में शामिल नहीं हुए.
विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाने वाले विधानसभा के सचेतक महेश जोशी भी सचिन पायलट के आते ही धरना स्थल से निकल गए. दरअसल, शुक्रवार को राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ओर से नीट और जेईई परीक्षाओं को स्थगित करवाने की मांग को लेकर धरना हुआ.
जयपुर में एमएनआईटी के बाहर हुए धरने में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भी शामिल होना था, लेकिन डोटासरा इस कार्यक्रम में नहीं आए. 11 बजे उन्हें इस कार्यक्रम में आना था और तकरीबन इसी समय उनका ट्वीट आया कि वह स्वस्थ नहीं हैं और आगामी 2 दिनों तक वह किसी से नहीं मिलेंगे.
-
स्वास्थ्य कारणों से आगामी 2 दिन तक किसी से मिल नहीं पाउँगा।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) August 28, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">स्वास्थ्य कारणों से आगामी 2 दिन तक किसी से मिल नहीं पाउँगा।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) August 28, 2020स्वास्थ्य कारणों से आगामी 2 दिन तक किसी से मिल नहीं पाउँगा।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) August 28, 2020
इससे भी रोचक घटना यह हुई कि सचिन पायलट के आने से ठीक पहले जब पायलट समर्थक सड़क पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे तो उसी समय विधानसभा के सचेतक महेश जोशी कार्यक्रम स्थल से निकल गए. हालांकि महेश जोशी का जाना किसी आवश्यक काम के चलते बताया जा रहा है.
पढ़ें- पाक जासूस को मौका तस्दीक के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में ले जाएगी इंटेलिजेंस टीम
वहीं, गोविंद डोटासरा का न आना स्वास्थ्य कारणों से बताया जा रहा है, लेकिन जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी के धरने में आने का प्लान अचानक सचिन पायलट का जारी होता है और उसमें से पहले गोविंद डोटासरा का स्वास्थ्य कारणों से नहीं आना और मुख्य सचेतक महेश जोशी का निकल जाना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है.