जयपुर. विधानसभा में मंगलवार को दिन भर फोन टैपिंग के मामले में भाजपा ने हंगामा किया. हालांकि शाम को स्पीकर से बातचीत के बाद बीच का रास्ता निकाल लिया गया है. लेकिन इस मामले पर बोलते हुए राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा ने फिर से यह साबित कर दिया कि भाजपा का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है और जनता के महत्वपूर्ण मुद्दों से भी उनको सरोकार नहीं है.
डोटासरा ने कहा कि तभी शिक्षा और युवा मामलों जैसे महत्वपूर्ण विषय पर उन्होंने चर्चा में भाग नहीं लिया. डोटासरा ने कहा कि भाजपा ने जिस तरीके से प्रोपेगेंडा किया इतिहास उनको कभी माफ नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि जब स्पीकर ने स्थगन को अस्वीकार किया और कहा कि नियम और परंपराओं से इस मामले को लेकर आइए तो मैं सरकार से इस पर आपको जवाब दिलवा दूंगा, उसके बाद भी जिस तरीके से सदन को बाधित किया गया और राजस्थान का एक महत्वपूर्ण दिन जब उच्च शिक्षा और युवा मामलों पर सार्थक चर्चा करनी थी, वह चर्चा नहीं हो सकी उससे साबित हो गया कि भाजपा राजस्थान में कई टुकड़ों में बंटी हुई है.
डोटासरा ने कहा यह केवल मात्र जो मुख्यमंत्री के चेहरे बन रहे हैं, एक ग्रुप दूसरे ग्रुप को निपटने में लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सदन में मुद्दा उठाया गया और 3 दिन बाद जिस तरीके से सदन को बाधित कर के एक साजिश रच कर यह लोग आए थे कि हम को सरकार से जवाब दिलवाना है कि गजेंद्र सिंह शेखावत ने किस प्रकार से लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को गिराने का षडयंत्र किया. जिससे कि गजेंद्र सिंह शेखावत मुख्यमंत्री का चेहरा आगामी चुनाव में नहीं बन सके. यही साजिश इन लोगों ने की थी.
उन्होंने कहा कि भाजपा डिवीजन मांग रही है. जिस भाजपा के पहले ही 8 डिवीजन हो चुके हैं. वह किस बात के डिवीजन मांग रहे हैं. कितने डिवीजन भाजपा के ये लोग करना चाहते हैं. डोटासरा ने कहा कि बीजेपी को यह नाटक इसलिए करना था कि उनके पास ऐसा कोई मुद्दा नहीं था जिसे वह सदन में उठा सके.
डोटासरा ने भाजपा के विधानसभा स्थगित होने के बाद दिए गए धरने पर व्यंग्य करते हुए कहा कि हमने तो इनके खाने की व्यवस्था कर दी थी लेकिन इनमें हिम्मत कहां थी. उन्हें तो उनके नेताओं ने आंख दिखाई जिसके बाद उनके हौसले पस्त हो गए. डोटासरा ने कहा कि जब मुख्यमंत्री 14 अगस्त को ही यह कह चुके हैं कि राजस्थान में किसी भी जनप्रतिनिधि का कोई फोन टेप नहीं हुआ है. राजस्थान में ऐसी कभी परंपरा भी नहीं रही तो फिर चर्चा करने को बचा क्या है.
इसके बाद भी वह नियम और परंपरा से आ जाएं तो अध्यक्ष चर्चा करवा लेंगे. उन्होंने मदन दिलावर को लेकर कहा कि जिस तरीके से आज सदन को मदन दिलावर ने अपमानित किया और लोकतंत्र की परंपराओं का खुला हनन किया उसकी निंदा हर कोई करता है. मदन दिलावर जिस तरीके से सदस्य बोल रहे थे और उनकी सीट पर आकर उन्हें धमकी दे रहे थे, इससे ज्यादा अलोकतांत्रिक कुछ नहीं हो सकता.
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग बिना मुद्दे के लोग हैं. इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. यह कभी फोन टैपिंग की बात करते हैं. कभी किसी सदस्य को बोलने नहीं देते. तो कभी किसी दूसरी बात पर हंगामा करते हैं.