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राज्यपाल दबाव के कारण विधानसभा सत्र बुलाने का आदेश जारी नहीं कर रहे: CM गहलोत - Rajasthan politics update

सीएम अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक में कहा कि ऊपर से दबाव के कारण राज्यपाल अभी विधानसभा सत्र बुलाने के लिए निर्देश नहीं दे रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार गिराने का पूरा खेल भाजपा का है और यह उनके नेताओं का षड्यंत्र है.

CM Ashok Gehlot News,  Legislature party meeting,  Rajasthan politics
विधायक दल की बैठक
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Published : Jul 24, 2020, 5:03 PM IST

जयपुर. राजधानी के होटल फेयरमाउंट में शुक्रवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. बैठक को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कैबिनेट के फैसले के बाद हमने राज्यपाल को पत्र भेजकर विधानसभा सत्र बुलाने का अनुरोध किया था. जिसमें कोरोना वायरस की परिस्थितियों और लॉकडाउन की स्थितियों पर चर्चा करनी थी. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि वो गुरुवार रात को ही असेंबली बुलाने के लिए आदेश जारी कर देंगे.

CM Ashok Gehlot News,  Legislature party meeting,  Rajasthan politics
विधायक दल की बैठक

ऊपर से दबाव के कारण राज्यपाल नहीं दे रहे अनुमति

सीएम गहलोत ने कहा कि हमने रात भर इंतजार किया, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. उन्होंने कहा कि ये हमारी समझ के परे है, सिंपल प्रोसेस जो अपनाया जाता है, गवर्नर को आदेश देना ही पड़ता है, उसको रोकने का कोई कारण नहीं है. हमारा मानना है कि ऊपर से दबाव के कारण मजबूरी में वो अभी विधानसभा सत्र बुलाने के लिए निर्देश नहीं दे रहे हैं, इस बात का हमें बहुत दुःख है. गहलोत ने कहा कि एक तरफ तो विपक्षी पार्टियों की ओर से भी यह मांग की जा रही थी कि असेंबली में क्यों नहीं जाते हैं और आज जब हम विधानसभा सत्र बुलाने को तैयार हैं, तो आदेश नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की जनता देख रही है कि राजस्थान में हो क्या रहा है.

पढ़ें- हमारी समझ से परे है कि राज्यपाल ऐसा क्यों कर रहे हैं : सीएम गहलोत

'राजस्थान में तोड़फोड़ की परंपरा कभी नहीं आए हैं'

गहलोत ने कहा कि राजस्थान में तोड़फोड़ की ऐसी परंपरा कभी नहीं रही हैं. भैरों सिंह शेखावत के समय दो बार ऐसी परिस्थिति आई थी, लेकिन मैं खुद बलिराम भगत राज्यपाल के साथ गया था और कहा था कि ऐसा राजस्थान में नहीं होता है. दुख इस बात का है कि जो फैसला नहीं हुआ है, टेलीफोन पर राज्यपाल से एक बार फिर बात की है कि आपका एक संवैधानिक पद है उसकी गरिमा के आधार पर उचित फैसला लें, वरना सभी विधायक मिलकर आपसे रिक्वेस्ट करेंगे कि आप अपना फैसला दें और हम असेंबली सोमवार से शुरू करना चाहते हैं.

'विधानसभा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा'

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, फ्लोर पर डिस्कशन होगा. पब्लिक और मीडिया के डोमेन में आएगा, लेकिन यह समझ से परे है कि उन पर किस प्रकार का दबाव पड़ रहा है. यह हम नहीं जानते लेकिन किस कारण से यह रोका गया यह समझ से परे है. हमारे पास स्पष्ट बहुमत है, हमें कोई दिक्कत नहीं है. गहलोत ने कहा कि चिंता हमें होनी चाहिए सरकार हम चला रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी परेशान विपक्ष हो रही है. हमारे कुछ साथी जिनको बंधक बना रखा है, वो हरियाणा के अंदर बीजेपी की देखरेख में बंधक बने हुए हैं, यह सबको मालूम है.

पढ़ें- क्या राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ रहा राजस्थान, कांग्रेस और समर्थक विधायकों ने राजभवन में दिया धरना

'राजस्थान में सरकार गिराने का पूरा षड्यंत्र भाजपा का है'

गहलोत ने कहा कि ये पूरा खेल भारतीय जनता पार्टी का है और यह उनके नेताओं का षड्यंत्र है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने जैसे कर्नाटक और मध्य प्रदेश में किए थे, वे राजस्थान में भी यही करना चाहते हैं. लेकिन राजस्थान में पूरे प्रदेश की जनता हमारे साथ है और विधायक हमारे साथ हैं.

'वर्तमान समय में लोकतंत्र खतरे में है'

सीएम गहलोत ने कहा कि अभी पूरे देश में कोरोना महामारी का समय है. उन्होंने कहा कि ये समय इस महामारी से लड़ने का है. कोरोना को लेकर राजस्थान में जो हमने मैनेजमेंट की, इसकी वाहवाही पूरे देश में हो रही है. कोरोना महामारी को लेकर हमने विपक्ष को साथ लिया, धर्म गुरुओं को साथ लिया और प्रदेश की जनता ने भी हमारा साथ दिया. लेकिन ऐसे माहौल में सरकार गिराने का षड्यंत्र करने में बीजेपी की भूमिका है. उन्होंने कहा कि इस समय लोकतंत्र खतरे में है. केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. अंत में गहलोत ने कहा कि देश के अंदर आज जैसी स्थिति है, वैसी स्थिति आज तक हमने नहीं देखी है.

जयपुर. राजधानी के होटल फेयरमाउंट में शुक्रवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. बैठक को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कैबिनेट के फैसले के बाद हमने राज्यपाल को पत्र भेजकर विधानसभा सत्र बुलाने का अनुरोध किया था. जिसमें कोरोना वायरस की परिस्थितियों और लॉकडाउन की स्थितियों पर चर्चा करनी थी. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद थी कि वो गुरुवार रात को ही असेंबली बुलाने के लिए आदेश जारी कर देंगे.

CM Ashok Gehlot News,  Legislature party meeting,  Rajasthan politics
विधायक दल की बैठक

ऊपर से दबाव के कारण राज्यपाल नहीं दे रहे अनुमति

सीएम गहलोत ने कहा कि हमने रात भर इंतजार किया, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. उन्होंने कहा कि ये हमारी समझ के परे है, सिंपल प्रोसेस जो अपनाया जाता है, गवर्नर को आदेश देना ही पड़ता है, उसको रोकने का कोई कारण नहीं है. हमारा मानना है कि ऊपर से दबाव के कारण मजबूरी में वो अभी विधानसभा सत्र बुलाने के लिए निर्देश नहीं दे रहे हैं, इस बात का हमें बहुत दुःख है. गहलोत ने कहा कि एक तरफ तो विपक्षी पार्टियों की ओर से भी यह मांग की जा रही थी कि असेंबली में क्यों नहीं जाते हैं और आज जब हम विधानसभा सत्र बुलाने को तैयार हैं, तो आदेश नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की जनता देख रही है कि राजस्थान में हो क्या रहा है.

पढ़ें- हमारी समझ से परे है कि राज्यपाल ऐसा क्यों कर रहे हैं : सीएम गहलोत

'राजस्थान में तोड़फोड़ की परंपरा कभी नहीं आए हैं'

गहलोत ने कहा कि राजस्थान में तोड़फोड़ की ऐसी परंपरा कभी नहीं रही हैं. भैरों सिंह शेखावत के समय दो बार ऐसी परिस्थिति आई थी, लेकिन मैं खुद बलिराम भगत राज्यपाल के साथ गया था और कहा था कि ऐसा राजस्थान में नहीं होता है. दुख इस बात का है कि जो फैसला नहीं हुआ है, टेलीफोन पर राज्यपाल से एक बार फिर बात की है कि आपका एक संवैधानिक पद है उसकी गरिमा के आधार पर उचित फैसला लें, वरना सभी विधायक मिलकर आपसे रिक्वेस्ट करेंगे कि आप अपना फैसला दें और हम असेंबली सोमवार से शुरू करना चाहते हैं.

'विधानसभा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा'

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, फ्लोर पर डिस्कशन होगा. पब्लिक और मीडिया के डोमेन में आएगा, लेकिन यह समझ से परे है कि उन पर किस प्रकार का दबाव पड़ रहा है. यह हम नहीं जानते लेकिन किस कारण से यह रोका गया यह समझ से परे है. हमारे पास स्पष्ट बहुमत है, हमें कोई दिक्कत नहीं है. गहलोत ने कहा कि चिंता हमें होनी चाहिए सरकार हम चला रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी परेशान विपक्ष हो रही है. हमारे कुछ साथी जिनको बंधक बना रखा है, वो हरियाणा के अंदर बीजेपी की देखरेख में बंधक बने हुए हैं, यह सबको मालूम है.

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'राजस्थान में सरकार गिराने का पूरा षड्यंत्र भाजपा का है'

गहलोत ने कहा कि ये पूरा खेल भारतीय जनता पार्टी का है और यह उनके नेताओं का षड्यंत्र है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने जैसे कर्नाटक और मध्य प्रदेश में किए थे, वे राजस्थान में भी यही करना चाहते हैं. लेकिन राजस्थान में पूरे प्रदेश की जनता हमारे साथ है और विधायक हमारे साथ हैं.

'वर्तमान समय में लोकतंत्र खतरे में है'

सीएम गहलोत ने कहा कि अभी पूरे देश में कोरोना महामारी का समय है. उन्होंने कहा कि ये समय इस महामारी से लड़ने का है. कोरोना को लेकर राजस्थान में जो हमने मैनेजमेंट की, इसकी वाहवाही पूरे देश में हो रही है. कोरोना महामारी को लेकर हमने विपक्ष को साथ लिया, धर्म गुरुओं को साथ लिया और प्रदेश की जनता ने भी हमारा साथ दिया. लेकिन ऐसे माहौल में सरकार गिराने का षड्यंत्र करने में बीजेपी की भूमिका है. उन्होंने कहा कि इस समय लोकतंत्र खतरे में है. केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. अंत में गहलोत ने कहा कि देश के अंदर आज जैसी स्थिति है, वैसी स्थिति आज तक हमने नहीं देखी है.

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