जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना से जंग में जुटे चिकित्सा कर्मियों को धर्मशाला में ठहराने का भाजपा ने विरोध किया है. पूर्व चिकित्सा मंत्री और मालवीय नगर क्षेत्र से भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने चिकित्सा कर्मियों को धर्मशाला में ठहराने का विरोध करते हुए उन्हें सुविधा युक्त होटल्स में ठहराने की मांग की है.
सराफ ने एक बयान जारी कर कहा कि 30 जून के बाद प्रशासन ने डॉक्टर्स और फ्रंट लाइन वॉरियर्स को धर्मशाला में रुकवाने के आदेश दिए गए हैं. जो मौजूदा स्थिति में किसी भी दृष्टि से सही नहीं है.
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सराफ ने कहा पूरे प्रदेश में चिकित्साकर्मी अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा की परवाह किए बिना अग्रिम पंक्ति में रहकर पूरी इमानदारी से कोविड-19 से जंग लड़ रहे हैं. ऐसे में उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है. सरकार को चाहिए कि उन्हें उत्तम सुविधायुक्त माहौल में रहने का इंतजाम कराए.
पूर्व चिकित्सा मंत्री ने कहा कि एक तरफ तो सरकार चिकित्सा कर्मियों को कोरोना वॉरियर्स कहकर सम्मानित करती है. वहीं दूसरी ओर बिना सुविधा वाली धर्मशाला में उन्हें ठहराकर सरासर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है. पहले ही प्रशासनिक लापरवाही के कारण प्रदेश में चिकित्सा कर्मियों में संक्रमण के मामले बढ़े हैं.
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सराफ ने अपने बयान में कहा कि चिकित्सा कर्मियों पर जांच करने से लेकर रिपोर्ट बनाने और मरीजों का इलाज करके प्रदेश को कोविड-19 से मुक्त करवाने तक की जिम्मेदारी है. ऐसे में सरकार को भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए चिकित्साकर्मियों के सुख सुविधाओं का ध्यान रखना चाहिए.
कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि कोरोना वॉरियर्स चिकित्सा कर्मियों की सुविधा का ध्यान में रखते हुए उन्हें सुविधायुक्त होटल में ठहराने की व्यवस्था करवाएं. ताकि ये चिकित्सा कर्मी अपनी पूरी ऊर्जा के साथ ड्यूटी कर सकें.