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मंडी हड़ताल को लेकर बोले सरकार और विपक्ष के नेता, बातचीत करके निकाला जाए रास्ता

कृषक कल्याण फीस लगाए जाने के विरोध में मंडी में हड़ताल चल रही है. जिसे लेकर राजस्थान विधानसभा के सचेतक और कृषि मंत्री लालचंद कटारिया मुख्यमंत्री को सुझाव देते दिखे. उन्होंने बोला कि इस मामले में बातचीत होनी चाहिए. महेश जोशी ने कहा कि मंडी के व्यापारियों की बात सही है तो उनकी बात मानी जाए, नहीं तो उनसे समझाइश की जाए.

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मंडी हड़ताल को लेकर बोले सरकार और विपक्ष के नेता
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Published : May 12, 2020, 10:12 PM IST

जयपुर. राजस्थान में लॉकडाउन चल रहा है. वहीं दूसरी ओर प्रदेश की सभी 247 कृषि उपज मंडियों में 2% कृषक कल्याण फीस लगाए जाने के विरोध में हड़ताल चल रही है. प्रदेश की सभी 247 कृषि उपज मंडिया 15 मई तक बंद रहेंगी. अब इस हड़ताल को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रदेश के मंत्रियों और विपक्ष के विधायकों ने बातचीत से रास्ता निकालने का सुझाव दिया हैं.

मंडी हड़ताल को लेकर बोले सरकार और विपक्ष के नेता

प्रदेश के विधानसभा मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि राज्य सरकार ने जो निर्णय लॉकडाउन के दौरान लिए हैं, वह जनता के हितों के हैं और जब से नए पास की व्यवस्था बनी है तब से लोगों को यह लगने लगा है कि आसमान अब खुल गया है. इसके साथ ही महेश जोशी ने मुख्यमंत्री से कहा कि प्रदेश में जो मंडियों की हड़ताल चल रही है, उसमें हमें मंडी के व्यापारियों की बात को सुनना चाहिए और अगर वह सही है तो उनकी बात को अमल में लाना चाहिए. अगर वह सही बात नहीं समझ पा रहे हैं तो उनकी बातचीत के माध्यम से समझाइश करनी चाहिए.

पढ़ें- EXCLUSIVE : प्रवासी श्रमिकों के जाने से नहीं पड़ेगा उद्योगों पर असर: श्रम सचिव

महेश जोशी ने ही नहीं प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने भी मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में बातचीत होनी चाहिए. ऐसे में राजस्थान के सत्ता पक्ष के बड़े नेताओं ने मंडी हड़ताल को लेकर जब अपनी बात कही तो फिर भाजपा के नेता भी पीछे कैसे रहते. उन्होंने भी इस बात को प्रमुखता से उठाया और इस मामले पर मंडी के व्यापारियों से बात करने का सुझाव दिया. चाहे भाजपा के विधायक नरपत सिंह राजवी हो निर्मल कुमावत हो या फिर जयपुर शहर के सांसद रामचरण बोहरा या जयपुर ग्रामीण के सांसद राज्यवर्धन सिंह, हर किसी ने इस मुद्दे को उठाया.

ऐसे में लगता है कि कृषक कल्याण फीस को लेकर मुख्यमंत्री को मिल रहे हैं सुझाव के बाद जल्द ही कृषि मंडी के व्यापारियों से बातचीत की जाएगी. इसके साथ ही कोई बीच का रास्ता जल्दी निकल सकता है.

जयपुर. राजस्थान में लॉकडाउन चल रहा है. वहीं दूसरी ओर प्रदेश की सभी 247 कृषि उपज मंडियों में 2% कृषक कल्याण फीस लगाए जाने के विरोध में हड़ताल चल रही है. प्रदेश की सभी 247 कृषि उपज मंडिया 15 मई तक बंद रहेंगी. अब इस हड़ताल को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रदेश के मंत्रियों और विपक्ष के विधायकों ने बातचीत से रास्ता निकालने का सुझाव दिया हैं.

मंडी हड़ताल को लेकर बोले सरकार और विपक्ष के नेता

प्रदेश के विधानसभा मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि राज्य सरकार ने जो निर्णय लॉकडाउन के दौरान लिए हैं, वह जनता के हितों के हैं और जब से नए पास की व्यवस्था बनी है तब से लोगों को यह लगने लगा है कि आसमान अब खुल गया है. इसके साथ ही महेश जोशी ने मुख्यमंत्री से कहा कि प्रदेश में जो मंडियों की हड़ताल चल रही है, उसमें हमें मंडी के व्यापारियों की बात को सुनना चाहिए और अगर वह सही है तो उनकी बात को अमल में लाना चाहिए. अगर वह सही बात नहीं समझ पा रहे हैं तो उनकी बातचीत के माध्यम से समझाइश करनी चाहिए.

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महेश जोशी ने ही नहीं प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने भी मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में बातचीत होनी चाहिए. ऐसे में राजस्थान के सत्ता पक्ष के बड़े नेताओं ने मंडी हड़ताल को लेकर जब अपनी बात कही तो फिर भाजपा के नेता भी पीछे कैसे रहते. उन्होंने भी इस बात को प्रमुखता से उठाया और इस मामले पर मंडी के व्यापारियों से बात करने का सुझाव दिया. चाहे भाजपा के विधायक नरपत सिंह राजवी हो निर्मल कुमावत हो या फिर जयपुर शहर के सांसद रामचरण बोहरा या जयपुर ग्रामीण के सांसद राज्यवर्धन सिंह, हर किसी ने इस मुद्दे को उठाया.

ऐसे में लगता है कि कृषक कल्याण फीस को लेकर मुख्यमंत्री को मिल रहे हैं सुझाव के बाद जल्द ही कृषि मंडी के व्यापारियों से बातचीत की जाएगी. इसके साथ ही कोई बीच का रास्ता जल्दी निकल सकता है.

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