जयपुर. वृद्धजनों, निशक्तजनों और महिलाओं के लिए रोडवेज बसों की राह अब आसान होगी. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जयपुर में केंद्रीय बस स्टैंड सिंधी कैंप (Golf court service started in Jaipur Central Bus Stand complex) परिसर में फ्री टुकटुक यानी गोल्फ कार्ट सेवा का शुभारंभ किया गया है. परिवहन मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला ने निःशुल्क टुकटुक सेवा का शुभारंभ किया.
राजस्थान रोडवेज प्रबंधन की ओर से केंद्रीय बस स्टैंड सिंधी कैंप को पैसेंजर फ्रेंडली बनाने के लिए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के सहयोग से गोल्फ कार्ट फ्री टुकटुक सेवा शुरू की गई है. महिलाओं, वृद्धजनों और निशक्तजनों की सुविधा के लिए गोल्फ कार्ट संचालित की जा रही है. शुरुआती दौर में दो गोल्फ कार्ट गाड़ी सिंधी कैंप बस स्टैंड परिसर में शुरू की गई है. जिन यात्रियों को चलने फिरने में दुविधा होती है, उनको बस प्लेटफार्म तक लाने ले जाने के लिए यह सेवा शुरू की गई है.
निःशुल्क टुकटुक सेवा शुरू करने के साथ ही सिंधी कैंप बस स्टैंड परिवहन मंत्री ने सेल्फी लेकर सेल्फी प्वाइंट का उद्घाटन किया. इसके बाद परिवहन मंत्री ने गोल्फ कार्ट में बैठकर सिंधी कैंप बस स्टैंड का दौरा किया और तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान महिला रोडवेज कर्मचारियों ने परिवहन मंत्री को महिला कर्मियों की कई मांगों से अवगत करवाया. परिवहन मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला ने कहा कि कोशिश करेंगे कि सिंधी कैंप बस स्टैंड पर आने वाले यात्रियों को लगे कि यह राजधानी का बस अड्डा है. हर प्लेटफार्म पर यात्रियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. गोल्फ कार्ट और पैसेंजर के चलने के रास्ते निर्धारित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डा की तर्ज पर सिंधी कैंप बस स्टैंड को मॉडल बनाया जाए.
परिवहन मंत्री ने बताया कि जोधपुर बस अड्डे का काफी समय से काम रुका हुआ था. रोडवेज के सीएमडी ने बस अड्डे का काम पूरा करवाया. अन्य बस अड्डों के लिए भी मुख्यमंत्री ने बजट में घोषणा की है. सभी बस अड्डों पर सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. बस प्राधिकरण का गठन किया गया है, जिसके चेयरमैन की नियुक्ति कर दी गई है. रोडवेज की बसें हर साल कंडम होती हैं. नई बसों की खरीद के लिए वित्त विभाग को चिट्ठी लिखी गई है. जो बसें चलने लायक हैं और वर्कशॉप में खड़ी है, उनको रोड पर चलाने की कोशिश की जाएगी.
इलेक्ट्रॉनिक बसों को लेकर परिवहन मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को लेकर रोडवेज विभाग की ओर से तैयारी चल रही है. 50 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने की योजना चल रही है, जल्द ही शुरू होगी. कोशिश की जा रही है कि सीएनजी बसों का भी संचालन किया जाए. प्राइवेट तौर पर सीएनजी बस चलाई गई थी, अब सीएनजी बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी. नई दिल्ली में सभी जगह सीएनजी बसें संचालित हो रही हैं. कोशिश है कि बीकानेर हाउस तक सीएनजी बस चलाई जाए.