जयपुर. घनश्याम तिवाड़ी राजस्थान की राजनीति के पुराने दिग्गज रहे हैं और उनकी गिनती भाजपा के दिग्गज नेताओं में होती है. हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव के बाद कुछ समय उन्हें कांग्रेस में रहने का भी अनुभव रहा. लेकिन विचारधाराओं में मतभेद के चलते वे ज्यादा समय कांग्रेस में नहीं रह पाए और उनकी बीजेपी में घर वापसी हो गई. 5 राज्यों में कांग्रेस को मिली करारी हार (Ghanshyam Tiwari statement on Congress) पर सवाल पूछने पर उन्होंने तंज करते हुए कांग्रेस को परिवार आधारित पार्टी बता दिया.
कांग्रेस का ढांचा चरमरा रहा है, आंतरिक मतभेद है : तिवाड़ी
घनश्याम तिवाड़ी के अनुसार कांग्रेस का ढांचा पूरी तरह से चरमरा रहा है, क्योंकि उसमें आंतरिक मतभेद काफी ज्यादा है. वे कहते हैं कि आंतरिक मतभेदों के कारण पार्टी के नेताओं में राजनीतिक समझ भी कमजोर हो गई है. जिसके चलते वे ठीक से समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके सिद्धांत क्या हैं और पार्टी की निष्ठा क्या है.
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उन्होंने कहा कि जब तक कोई राजनीतिक पार्टी स्पष्ट दिशा-निर्देश और नीतियों को लेकर आगे नहीं बढ़ती, तब तक उसके सियासी भविष्य की कोई गुंजाइश नहीं होती है. कांग्रेस का कुछ यही हाल है. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में परिवर्तन के साथ कांग्रेस को मजबूती दी जाने के सवाल पर उन्होंने इसे कांग्रेस पार्टी के भीतर का आंतरिक निर्णय बताया.
लेकिन यह भी कहा कि सफलता तो केवल (Ghanshyam Tiwari on Congress Defeat) लोकतांत्रिक राजनीतिक दलों को ही मिलती है. हाल ही में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव के परिणामों में कांग्रेस एक भी राज्य में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाई. यहां तक कि पंजाब की सरकार भी हाथ से निकल गई.