जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने गोशाला विकास योजना (Gaushala Vikas Yojana Rajathan) के तहत अधिकाधिक पात्र गोशालाओं को अनुदान मुहैया कराकर आधारभूत संरचना विकास के कार्य कराएं जाने के निर्देश दिए. आर्य ने गुरुवार को शासन सचिवालय में गौ संरक्षण एवं संवर्धन निधि की राज्य स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए.
मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि गोशाला विकास योजना गोशालाओं में जरूरी निर्माण कार्य करवाने में बहुत उपयोगी हैं. संचालक केवल 10 फीसदी राशि का सहयोग करके इस योजना का लाभ ले सकते हैं. इसके तहत 10 लाख रुपए तक के शेड, चारा भंडार गृह, पानी की टंकी का निर्माण कराया जा सकता है. योजना की महत्ता को रेखांकित करते हुए इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करके ज्यादा से ज्यादा गोशालाओं को लाभ देने के निर्देश दिए.
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गो-पालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरुषी मलिक ने बताया कि गत वित्तीय वर्ष में गोशालाओं को लगभग 572 करोड़ रुपए का अनुदान वितरित किया गया. इस वर्ष अनुदान के पहले चरण के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं. गोशाला विकास योजना के तहत 70 गोशालाओं में 4 करोड़ 92 लाख रुपए के विकास कार्य कराए गए हैं.
पिछले दो सालों से लगातार कम से कम 100 गो-वंश का संधारण करने वाली पात्र गोशालाओं को इस योजना से लाभान्वित किया जा रहा है. गो-पालन विभाग के निदेशक खजान सिंह ने विभागीय गतिविधियों से अवगत कराया. बैठक में वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा एवं गोपालन विभाग के अन्य उच्च अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग से शामिल हुए.