जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संकट की घड़ी में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में कोरोना संक्रमण का स्थिति की समीक्षा की गई. इस दौरान गहलोत ने कहा कि राजस्थान पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और गुजरात को 5 हजार टेस्ट प्रतिदिन तक राज्य में करवाने की सुविधा उपलब्ध कराएगा. गहलोत के अनुसार कोरोना की शुरुआत में हमारी टेस्ट क्षमता 0 थी, जो अब बढ़कर 15 हजार प्रतिदिन से अधिक हो गई है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार तकलीफ के समय में कोरोना की जांच के लिए पड़ोसी राज्यों को सहयोग देने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर राजस्थान शुरू से ही सतर्क रहा है. उनके अनुसार हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के साथ ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने, गंभीर बीमारियों से पीड़ित हाई रिस्क वाले लोगों की निरंतर मॉनिटरिंग और सभी घरों में लगातार स्क्रीनिंग के कारण कोरोना से हमारी रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से कहीं बेहतर रही और राजस्थान में फिलहाल कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में स्क्रीनिंग की व्यवस्था आगे भी जारी रखी जाएगी.
लॉकडाउन खोला है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं: गहलोत
इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अनलॉक 1.0 के बाद यह देखने में आया है कि लोग कोरोना के तहत हेल्थ प्रोटोकॉल को गंभीरता से नहीं ले रहे और ना ही उसकी पालना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जीवन रक्षा के साथ-साथ आजीविका भी बेहद जरूरी है. इसे देखते हुए ही लॉकडाउन खोला गया था, लेकिन कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. ऐसे में जो लोग हेल्थ प्रोटोकॉल का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
जारी रहे मोक्ष कलश निशुल्क बस
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की पालना के कारण परिजन के निधन के बाद शोकाकुल परिवार अस्थियों का विसर्जन करने नहीं जा पाए थे. इसके लिए राज्य सरकार ने मोक्ष कलश स्पेशल निशुल्क बस सेवा शुरू की थी, जिसमें बड़ी संख्या में लोग अस्थि विसर्जन के लिए जा सकें. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए यह बस सेवा आगे भी जारी रखी जाए.
मनरेगा श्रमिक टास्क पूरा कर 11 बजे या उससे पहले जा सकेंगे
मुख्यमंत्री ने मनरेगा योजना में श्रमिकों के नियोजन की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि इन दिनों प्रदेश में भीषण गर्मी और लू की स्थिति है. इस कारण श्रमिकों को इसके विपरीत असर से बचाना जरूरी है. साथ ही तेज गर्मी के कारण औजार अधिक गर्म होने से श्रमिकों को काम करने में काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ता है. उन्होंने जिला कलेक्टरों से कहा कि वह सुनिश्चित करें कि श्रमिक सुविधा के अनुसार अपना टास्क पूरा कर 11:00 बजे या उससे पहले भी जा सके.
गहलोत ने किया आचार्य महाप्रज्ञ के भित्ति चित्र का अनावरण
इस अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने शिल्पकार राजेश भंडारी द्वारा बनाए गए जैन श्वेतांबर तेरापंथ आचार्य महाप्रज्ञ के भित्ति चित्र का अनावरण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने आचार्य महाप्रज्ञ की 100वीं जयंती पर उनके पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि वे ऐसे संत थे, जिन्होंने शांति, अहिंसा और सद्भावना का संदेश जन-जन तक पहुंचाया. तुलसी के अनुव्रत आंदोलन को आगे बढ़ाने में भी उन्होंने अहम योगदान दिया. इस मौके पर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा भी मौजूद रहे.