जयपुर. गहलोत सरकार के देवस्थान विभाग की ओर से प्रदेश में लगातार धार्मिक आयोजन कराए (Radha Ashtami in Rajasthan) जा रहे हैं. बीते दिनों रामनवमी पर रामायण पाठ और हनुमान जयंती पर सुंदरकाण्ड पाठ करवाए गए. फिर सावन में शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक कराया गया. वहीं अब विभाग की ओर से जयपुर के श्री ब्रजनिधि मंदिर में राधाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा.
मंत्री शकुंतला रावत ने बताया कि जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है. ऐसे में प्रदेश में खुशहाली और समृद्धता के लिए राधाष्टमी महोत्सव का आयोजन रखा गया है. कार्यक्रम के अनुसार सुबह 5.15 बजे अभिषेक किया जाएगा, सुबह 9.15 बजे गोपाल सहस्त्रनाम पाठ होगा. शाम 5:15 से 9:15 तक भजन संध्या और रुक्मणी विवाह का आयोजन होगा. उन्होंने भक्तों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंच कर समारोह को सफल बनाने की अपील की.
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जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी : हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी व्रत रखा (Jaipur Shri Brajnidhi Temple) जाता है. कृष्ण जन्मोत्सव के 15 दिन बाद राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है. इस साल राधा अष्टमी 4 सितंबर 2022 को मनाया जा रहा है. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से कृष्णा प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं. धर्म ग्रंथों में राधा के बिना श्याम की पूजा अधूरी मानी गई है. ऐसे में इस बार देवस्थान विभाग भी 4 सितंबर को राधा अष्टमी महोत्सव मनाने जा रहा है.
बता दें कि बीते दिनों देवस्थान विभाग की ओर से श्रीमद भागवत कथा, रामनवमी पर राम मंदिरों में रामायण पाठ करवाया गया. वहीं मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास का कावड़ यात्रा में शामिल होना, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का डिग्गी कल्याण जी की यात्रा में और जन्माष्टमी पर गोविंददेवजी पहुंचना. वहीं सीएम गहलोत का श्रीकृष्ण शोभायात्रा में पहुंचकर आरती करना. गहलोत सरकार के सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर बढ़ते कदम के तौर पर देखा जा रहा है.