जयपुर. प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा एक बार फिर एक हजार के पार जा पहुंचा है. अकेले राजधानी में ये आंकड़ा 209 है. कोरोना संक्रमण के दोबारा पैर पसारने की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने राजस्थान दिवस के मौके पर इस बार राज्य स्तर पर कोई भी बड़ा आयोजन नहीं करने का फैसला लिया है. लेकिन हेरिटेज नगर निगम बोर्ड शायद अपनी ही सरकार के दिशा-निर्देशों से इत्तेफाक नहीं रखता.
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हर वर्ष 30 मार्च राजस्थान दिवस के मौके पर राजधानी सहित कई शहर दुल्हन की तरह सजते हैं. पर्यटन स्थलों पर रौनक नजर आती है. सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा बिखरती है. लेकिन बीते वर्ष मार्च में कोरोना की दस्तक ने राजस्थान दिवस मनाने की इस परंपरा पर मानो ब्रेक लगा दिया है. 2020 में लॉकडाउन के चलते राजस्थान दिवस पर कोई आयोजन नहीं हुए थे. अब राज्य सरकार ने कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को मद्देनजर रखते हुए इस वर्ष भी किसी भी तरह का बड़ा आयोजन नहीं करने का फैसला लिया है.
लोगों की जान से ऊपर कोई आयोजन नहीं होता
मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि जिस तरह कोरोना केसों में फिर से बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना प्रोटोकोल की पालना बहुत जरूरी हो गई है. चाहे प्रदेश की सरकार हो या केंद्र सरकार या फिर WHO की एडवाइजरी, इनकी पूरी तरह पालना होगी. लोगों की जान से ऊपर कोई आयोजन नहीं हो सकता. यदि आयोजन की स्वीकृति नहीं होती है तो वर्चुअल आयोजन किया जा सकता है. राजस्थान दिवस मनाने से ही खुशी हो ऐसा नहीं है मन में खुशी है. जिस तरह होली और शबे-बारात का त्योहार घर में मनाया जाएगा. जो परिस्थिति हैं उन परिस्थितियों के हिसाब से सरकार जो निर्णय करती है वही उचित निर्णय है.
हालांकि, हेरिटेज नगर निगम प्रशासन राज्य सरकार की ही एडवाइजरी को भूल कोरोना वॉरियर्स का सम्मान करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. इसी दौरान निगम मुख्यालय पर दो बच्चे भी नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे. ये आयोजन हेरिटेज निगम मुख्यालय पर ही होना है. जिस तरह की कार्यक्रम की रूपरेखा है. उससे बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है. जो कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा सकता है.