जयपुर. राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) की तारीख में बदलाव करने की लगातार उठ रही मांग के बीच सरकार ने आज पांच अधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया है, जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी. इसी रिपोर्ट के आधार पर सरकार यह फैसला लेगी कि इस परीक्षा की तारीख में बदलाव किया जाएगा या नहीं. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में ये जानकारी दी है.
पढे़ं: राजस्थान हाईकोर्ट ने पुलिस कांस्टेबल भर्ती-2020 की शारीरिक दक्षता परीक्षा पर लगाई रोक
रीट की तारीख में बदलाव करने की जैन समाज द्वारा की जा रही मांग को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके बारे में विस्तार से चर्चा की है. केवल रीट ही नहीं, बल्कि कई अन्य भर्तियों के संबंध में भी बैठक में बात की गई है, क्योंकि बजट घोषणा में ईडब्ल्यूएस वर्ग को आयु में छूट दी गई है. उसके बाद भी कई तकनीकी बातें निकालकर सामने आई हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पांच अधिकारियों की एक कमेटी बनाने का फैसला लिया है. ये कमेटी तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. इसमें रीट के साथ ही अन्य बजट घोषणाओं से प्रभावित होने वाली भर्तियों, उनके कैलेंडर, परीक्षा की तारीखों में बदलाव की बार-बार उठने वाली मांगों के चलते सरकार को जो परेशानियां उठानी पड़ती है. इन सब बातों का स्थायी समाधान कैसे निकले. इसे लेकर यह कमेटी तीन दिन में फैसला देगी. उसके बाद इस संबंध में कोई फैसला लिया जाएगा.
पढे़ं: जयपुर: IFS अधिकारी की सतर्कता से सोशल मीडिया के ठगों के मंसूबों पर फिरा पानी
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले साल दिसंबर में रीट 25 अप्रैल को करवाने की घोषणा की थी. उसके बाद से ही जैन समाज यह मांग कर रहा है कि 25 अप्रैल को महावीर जयंती होने के कारण रीट की तारीख में बदलाव किया जाए. अब अपनी इस मांग को लेकर जैन समाज के लोग धरने पर बैठे हैं और क्रमिक अनशन कर रहे हैं.