जयपुर. सीएम गहलोत सरकार की ओर से कोरोना की दूसरी लहर की रोकथाम के लिए लागू किया गए जन अनुशासन पखवाड़े के लागू होने के बावजूद कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. जिससे सरकार की चिंता और बढ़ गई है. शहरों के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. जिसके बाद सरकार ने कुछ और कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं. सूत्रों की मानें तो सरकार में अंदरखाने शादी-विवाह, धार्मिक कार्यक्रमों और प्राइवेट बसों पर भी अंकुश लगाने की तैयारी चल रही है. बताया जा रहा है कि सरकार निजी बसों पर पूरी तरीके से रोक लगा सकती है. बसों में 50 फीसदी सवारियां ही बैठाने के निर्देशों का खुलकर उल्लंघन हो रहा है.
विवाह समारोह में संख्या 21 करने की तैयारी...
सरकार से जुड़े सूत्रों की मानें तो शादी समारोह में फिलहाल सरकार ने 50 लोगों की छूट दी गई है. बावजूद इसके, शादी-विवाह में खुलकर गाइडलाइन का उल्लंघन हो रहा है. इसकी शिकायतें लगातार मुख्यमंत्री तक पहुंच रही हैं. कई जिलों में प्रशासन विवाह समारोह में निर्धारित संख्या से ज्यादा लोग पाए जाने पर संबंधित लोगों पर कार्रवाई भी कर चुका है. सरकार के अंदर खाने मंथन चल रहा है कि विवाह समारोह में संख्या सीमित करके दोनों ही पक्षों की 21 लोगों की संख्या सीमित की जाए और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई जाए. इसके साथ ही धार्मिक स्थलों, मंदिर-मस्जिद और अन्य धार्मिक स्थलों पर भी श्रद्धालुओं की संख्या सीमित की जा सकती है. अभी भी धार्मिक स्थलों पर लोगों की आवाजाही बनी हुई है, जिससे संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ा हुआ है. बताया जाता है कि सरकार इन पर भी जल्द कड़े कदम उठा सकती है.
प्राइवेट बसों पर लगेगी रोक...
विश्वस्तों की मानें तो सरकार नई गाइडलाइन में प्राइवेट बसों का पूरी तरीके से रोक लगाने की तैयारी में है. प्राइवेट बसों की मनमानी के चलते भी कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. दरअसल, जन अनुशासन पखवाड़े के तहत सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन में सरकारी और निजी बसों में 50 फीसदी सवारी ही ले जाने की छूद दी गई है. उसमें बस में सवारी खड़े होकर न जाए, इसके भी निर्देश दिए गए थे. लेकिन निजी बसें गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए सवारियों से भरकर चल रही हैं. जिसकी शिकायतें भी लगातार मुख्यमंत्री तक पहुंच रही हैं. इसे लेकर मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग से भी फीडबैक लिया है. जिसके बाद कहा जा रहा है सरकार निजी बसों पर कड़ा फैसला ले सकती है.
सुपर स्प्रेडर साबित हो रहे शादी-विवाह...
कोरोना संक्रमण के बीच शहरों के साथ ही गांवों में भी हो रहे शादी-विवाह स्प्रेडर साबित हो रहे है. शादी विवाहों में नियमों का उल्लंघन होने से गांवों में भी कोरोना संक्रमण फैल गया है. यही वजह है कि कोरोना की दूसरी लहर में गांवों से भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जबकि बीते साल कोरोना काल में गांवों में कोरोना संक्रमण के मामले नहीं के बराबर सामने आए थे.
3 मई को जारी होगी नई गाइडलाइन...
कोरोना की रोकथाम के लिए लागू किए गए जन अनुशासन पखवाड़े की गाइडलाइन 3 मई को समाप्त होने जा रही है. इसी के साथ सरकार नई गाइडलाइन भी जारी करेगी. जिसके तहत कहा जा रहा है कि सरकार विवाह समारोह में संख्या सीमित करने, निजी बसों पर रोक लगाने और धार्मिक स्थलों को लेकर कड़े फैसले ले सकती है. कड़े कदम उठाने को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने भी संकेत दिए हैं.