जयपुर. बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान मेडिकल सोसायटी के अधीन संचालित भरतपुर, भीलवाड़ा, पाली, चूरू और डूंगरपुर के मेडिकल कॉलेजों के लिए आचार्य से जूनियर रेजीडेंट स्तर तक के 525 नवीन पदों की स्वीकृति की मंजूरी दी (525 medical jobs in Rajasthan) है.
सीएम गहलोत की इस मंजूरी से इन मेडिकल कॉलेजों में 5वें बैच के साथ ही स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारंभ हो सकेंगे. नेशनल मेडिकल कमीशन के नियमों के अनुरूप कॉलेजों का संचालन संभव हो सकेगा. प्रस्ताव के अनुसार प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में आचार्य के 5, सह आचार्य के 21, सहायक आचार्य के 35, वरिष्ठ प्रदर्शक के 10, सीनियर रेजीडेंट के 13 और जूनियर रेजीडेंट के 21 पद सृजित किए जाएंगे. इस प्रकार हर कॉलेज में 105 नवीन पदों का सृजन होगा (Gehlot approved medical post).
बता दें कि केंद्र सरकार स्वीकृति के बाद प्रदेश के तीन जिले को छोड़ लगभग सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. इन कॉलेजों के लिए भूमि आवंटन का कार्य भी राज्य सरकार के स्तर पर पूरा हो चुका है.
पहला राज्य जहां हर जिले में मेडिकल कॉलेज
अब गहलोत सरकार ने इन कॉलेजों के पदों स्वीकृति भी जारी करना शुरू कर दिया है. आने वाले तीन सालों में राजस्थान में मेडिकल एजुकेशन बड़ा स्तर पर देखने को मिलेगा. राजस्थान सम्भवतः देश का पहला राज्य होगा, जहां सभी जिले में मेडिकल कॉलेज होंगे. सिर्फ राजसमंद, जालोर और प्रतापगढ़ ही तीन ऐसे जिले हैं, जहां अभी मेडिकल कॉलेज नहीं हैं लेकिन राज्य सरकार ने इनके लिए भी केंद्र को प्रस्ताव भेज रखा है. इसके पारित होते ही सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खुल जाएंगे.