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Special: मानसून पूर्व तैयारियां ! पिछले साल से सबक लेते हुए अलर्ट मोड पर सरकार, हर जिले को 10-10 करोड़ का फंड आवंटित - गहलोत सरकार मानसून पूर्व तैयार

पिछले साल जयपुर में बारिश कहर बनकर आई थी. इसे सबक लेते हुए सरकार मानसून पूर्व तैयारियों में जुट गई है. इस बार औसत से ज्यादा बारिश की चेतावनी के बाद सरकार अलर्ट मोड पर है. हर जिला प्रशासन को आपदा से निपटने के लिए आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं. जानिए सरकार ने किस तरह से मानसून में आपदा आने पर निपटने की तैयारी की है. पढ़िए ये स्पेशल रिपोर्ट...

disaster by rain, Gehlot Government
अधिक बारिश से उपजे हालातों से निपटेने के लिए तैयार गहलोत सरकार
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Published : Jun 21, 2021, 4:59 PM IST

जयपुर. राजस्थान में प्री-मानसून (Pre-monsoon in Rajasthan) की दस्तक हो चुकी है. बारिश आने के साथ हर बार प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खुल जाती है. पिछले साल जयपुर में बारिश कहर बनकर आई थी. जिसमें भारी जान माल का नुकसान हुआ था. पिछली बार से सबक लेते हुए सरकार ने बारिश के दौरान जन-धन की हानि से बचने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं.

राजस्थान में इस बार मौसम विभाग ने अच्छी बारिश के संकेत दिए हैं. प्री-मानसून ने भी समय से पहले ही कई जिलों में दस्तक दे दी है. उम्मीद की जा रही है कि अच्छी बारिश होगी लेकिन यह बारिश आसमान से आफत लेकर नहीं आए, यह भी ईश्वर से प्रार्थना है. पिछले साल जयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ आ गई थी. प्रदेश भर में बाढ़ जनित हादसों में करीब 10 हजार से अधिक पशुधन की हानि हुई और सैकड़ों लोग मारे गए.

अधिक बारिश से उपजे हालातों से निपटेने के लिए तैयार गहलोत सरकार

10-10 करोड़ का फंड आवंटित

सरकारी आंकड़ों के अनुसार करीब 50 हजार कच्चे-पक्के मकान ढह गए. उस वक्त सवाल खड़े हुए थे कि सरकार के स्तर पर आपदा से निपटने के इंतजाम क्यों नहीं किए गए थे. इस बार गहलोत सरकार (Gehlot Government) ने जनधन को बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं.

यह भी पढ़ें. Exclusive: आत्मनिर्भर भारत की प्रेरणा से भीलवाड़ा में दिव्यांग कारपेंटर ने बनाई लकड़ी की इलेक्ट्रिक कार, जानें क्या है खास

आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) की संयुक्त सचिव कल्पना अग्रवाल का कहना है कि सरकार ने मानसून पहले तैयारी कर ली है. जिला कलेक्टर को आवश्यक दिशा-निर्देशों के साथ 10-10 करोड़ का फंड आवंटित कर दिया है. जिससे किसी भी तरह की आपदा के वक्त तत्काल सहायता दी जा सके. हर जिले के कलेक्टर को 10 करोड़ का फंड आवंटित कर दिया गया है.

disaster by rain, Gehlot Government
Gfx-1

जिला और तहसील स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित

गहलोत सरकार ने पिछले साल के अनुभव से सबक लेते हुए इस बार मानसून पूर्व तैयारियां पूरी कर ली है. सरकार हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार है. पिछले दिनों राज्य के आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग ने विभागीय मंत्री को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मानसून पूर्व तैयारियों का एक्शन प्लान के बारे में जानकारी दी. सभी विभागों और जिला कलेक्टर को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. संबंधित विभागों की ओर से कार्यवाही की जा रही है. मानसून पूर्व राज्य, जिला और तहसील स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए हैं.

disaster by rain, Gehlot Government
Gfx-2

पिछले साल में मानसून के दौरान कई प्रकार की परेशानियों का सामना करने वाली सरकार ने इस बार सबक लिया है. राज्य सरकार ने इस बार पहले ही तैयारी कर ली है. ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही है कि इस बार पुराने जैसे हालात नहीं होंगे. अब प्रदेश में पूरी तरह मानसून सक्रिय होने के बाद ही पता चलेगा कि इस बार प्रशासन की तैयारियां कितनी पुख्ता है.

जयपुर. राजस्थान में प्री-मानसून (Pre-monsoon in Rajasthan) की दस्तक हो चुकी है. बारिश आने के साथ हर बार प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खुल जाती है. पिछले साल जयपुर में बारिश कहर बनकर आई थी. जिसमें भारी जान माल का नुकसान हुआ था. पिछली बार से सबक लेते हुए सरकार ने बारिश के दौरान जन-धन की हानि से बचने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं.

राजस्थान में इस बार मौसम विभाग ने अच्छी बारिश के संकेत दिए हैं. प्री-मानसून ने भी समय से पहले ही कई जिलों में दस्तक दे दी है. उम्मीद की जा रही है कि अच्छी बारिश होगी लेकिन यह बारिश आसमान से आफत लेकर नहीं आए, यह भी ईश्वर से प्रार्थना है. पिछले साल जयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ आ गई थी. प्रदेश भर में बाढ़ जनित हादसों में करीब 10 हजार से अधिक पशुधन की हानि हुई और सैकड़ों लोग मारे गए.

अधिक बारिश से उपजे हालातों से निपटेने के लिए तैयार गहलोत सरकार

10-10 करोड़ का फंड आवंटित

सरकारी आंकड़ों के अनुसार करीब 50 हजार कच्चे-पक्के मकान ढह गए. उस वक्त सवाल खड़े हुए थे कि सरकार के स्तर पर आपदा से निपटने के इंतजाम क्यों नहीं किए गए थे. इस बार गहलोत सरकार (Gehlot Government) ने जनधन को बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं.

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आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) की संयुक्त सचिव कल्पना अग्रवाल का कहना है कि सरकार ने मानसून पहले तैयारी कर ली है. जिला कलेक्टर को आवश्यक दिशा-निर्देशों के साथ 10-10 करोड़ का फंड आवंटित कर दिया है. जिससे किसी भी तरह की आपदा के वक्त तत्काल सहायता दी जा सके. हर जिले के कलेक्टर को 10 करोड़ का फंड आवंटित कर दिया गया है.

disaster by rain, Gehlot Government
Gfx-1

जिला और तहसील स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित

गहलोत सरकार ने पिछले साल के अनुभव से सबक लेते हुए इस बार मानसून पूर्व तैयारियां पूरी कर ली है. सरकार हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार है. पिछले दिनों राज्य के आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग ने विभागीय मंत्री को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मानसून पूर्व तैयारियों का एक्शन प्लान के बारे में जानकारी दी. सभी विभागों और जिला कलेक्टर को दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. संबंधित विभागों की ओर से कार्यवाही की जा रही है. मानसून पूर्व राज्य, जिला और तहसील स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए हैं.

disaster by rain, Gehlot Government
Gfx-2

पिछले साल में मानसून के दौरान कई प्रकार की परेशानियों का सामना करने वाली सरकार ने इस बार सबक लिया है. राज्य सरकार ने इस बार पहले ही तैयारी कर ली है. ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही है कि इस बार पुराने जैसे हालात नहीं होंगे. अब प्रदेश में पूरी तरह मानसून सक्रिय होने के बाद ही पता चलेगा कि इस बार प्रशासन की तैयारियां कितनी पुख्ता है.

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