जयपुर. राजस्थान में राजनीतिक उठापटक (Rajasthan Political Crisis) के बीच आज गहलोत कैबिनेट (Gehlot Cabinet) की बैठक होने जा रही है. कैबिनेट की बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इसमें सरकार कई नीतिगत निर्णय पर मुहर लगा सकती है. इसके साथ कॉलेज-कोचिंग खोलने पर फैसला हो सकता है.
बैठक में कक्षा 9 से 12 तक स्कूल खोलने के प्रस्ताव पर भी मंथन हो सकता है. इसके अलावा बैठक में मानसून सत्र बुलाने और उसमें रखे जाने वाले बिलों पर भी चर्चा होगी. कैबिनेट की बैठक के बारे में हालांकि कैबिनेट सचिवालय ने कोई आधिकारिक एजेंडा जारी नहीं किया है, लेकिन संक्रमण के खोते दबाव और मानसून सत्र के मद्देनजर बैठक में अहम चर्चा होगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) वीसी के जरिए सभी मंत्रियों के साथ चर्चा करेंगे. जयपुर में रहने वाले मंत्री मुख्यमंत्री आवास पर जा सकते हैं, जबकि जयपुर से बाहर रहने वाले मंत्री वीसी के जरिए कैबिनेट की बैठक में जुड़ेंगे.
कॉलेज-कोचिंग खोले जा सकते हैं : प्रदेश में जिस तरह कोरोना संक्रमण तेजी से कम हो रहा है, उसके मद्देनजर शर्तों के साथ कॉलेज-कोचिंग खोलने पर फैसला हो सकता है. पिछले दिनों यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (UDH Minister Shanti Dhariwal) ने भी कोचिंग संस्थान खोलने को लेकर मुख्यमंत्री से मांग की थी.
उन्होंने सुझाव दिया था कि 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले बच्चों को वैक्सीन के पहले या दोनों टीके के सर्टिफिकेट की शर्त के साथ कोचिंग आने की अनुमति दे दी जाए. इस पर मुख्यमंत्री ने भी सकारात्मक रुख दिखाया था. इसके साथ कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए स्कूलों को खोलने के प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी. विशेष सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री जब तक वैक्सीनेशन की पहली डोज का कार्य पूरा नहीं हो जाता, तब तक स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं है. हालांकि, कैबिनेट की बैठक में 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों को लेकर विशेषज्ञों के सुझाव पर मंथन जरूर होगा.
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कोचिंग-कॉलेज छात्रों पर यह हो सकती है शर्त : जानकारों की मानें तो सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए एक दिन में केवल 50 प्रतिष्ठित क्षमता पर कोचिंग-कॉलेज खोले जाने का निर्णय लिया जा सकता है. कोचिंग-कॉलेज में उन्हीं बच्चों को आने की अनुमति दी जा सकती है, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली या दोनों डोज स्वयं और पेरेंट्स लगवा ली हो. इसके साथ स्टूडेंट्स को पेरेंट्स की लिखित में अनुमति लानी होगी. कॉलेज और कोचिंग परिसर को सैनिटाइजर करना और स्टाफ के भी वैक्सीन अनिवार्य होगी.
वैक्सीनेशन के बिना स्कूल खोलने पर खतरा : राज्य में वैसे अभी कोरोना के मामलों में काफी कमी देखने को मिली है. प्रदेश में एक्टिव केस भी 300 के आसपास रह गए हैं. प्रतिदिन आने वाले केस भी घटे हैं. सरकार अभी नवीं से बारहवीं कक्षा तक स्कूलें खोलने पर विचार कर रही है, लेकिन अभी 18 साल से कम आयु वालों के लिए वैक्सीन नहीं है. ऐसे में इनमें खतरा बना हुआ है.
मानसून सत्र बुलाने पर चर्चा : मानसून सत्र बुलाने और उसमें रखे जाने वाले बिलों पर भी चर्चा होगी. इसके साथ ही अनलॉक में छूट को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा.
शादी समारोह में बढ़ सकता है छूट का दायरा : प्रदेश में कम होते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच सरकार शादी समारोह में छूट का दायरा बढ़ा सकती है. शादी समारोह में 50 लोगों की क्षमता को बढ़ाकर 100 कर सकती है. इनके साथ बाजार खोलने के दायरे में और राहत की उम्मीद है.