जयपुर. ग्रेटर नगर निगम में डोर टू डोर कचरा संग्रहण का काम कर रहे बीवीजी कंपनी के सफाई कर्मचारी 4 जोन में हड़ताल पर हैं. वहीं हेरिटेज नगर निगम में डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए सभी जोन में अलग-अलग टेंडर करने के बाद भी अब तक ओपन कचरा डिपो खत्म नहीं हो पाए हैं. दोनों ही निगम के सामने सड़कों पर पड़ा कचरा सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ (Garbage management challenge for Jaipur city corporations) है.
अब स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर केंद्र की टीम 1 मार्च से कभी भी सर्वे पर आ सकती है, ऐसे में शहर की दोनों मेयर ने अपने-अपने क्षेत्र में कमान संभालते हुए क्षेत्र में दौरा भी किया और बिगड़ी हुई सफाई व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए तुरंत व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए. हेरिटेज निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि धरातल पर काम चाहिए, बहानेबाजी नहीं. लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. महापौर ने सोमवार को हवामहल जोन क्षेत्र में जोरावर सिंह गेट से जलमहल तक अधिकारियों और वार्ड पार्षद के साथ दौरा कर सफाई व्यवस्था, टूटी-फूटी सड़कों का जायजा लेते हुए निर्देश दिए कि आज ही रात सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करना सुनिश्चित करेंगे.
महापौर ने बताया कि कोरोनो के बाद जलमहल रोड पर स्थित श्री बलदेव जी के मंदिर परिसर में श्रीमद भागवत कथा का बड़ा कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें हजारों लोगों के भाग लेने की संभावना है. इस बीच जलमहल रोड पर टूटी-फूटी सड़कों का पेच वर्क, पैड़-पौधे लगाने और अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए. महापौर ने जलमहल पर दुकानदारों की ओर से फैलाई जा रही गंदगी को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ निरीक्षक को निर्देश दिए कि गंदगी फैलाने वाले दुकानदारों का चालान काटा जाए.
जलमहल रोड पर स्थित न्यू थाली रेस्टोरेंट का चालान रिपोर्ट प्रस्तुत करने के सख्त निर्देश दिए. महापौर ने उद्यान निरीक्षक को जलमहल रोड पर पेड़-पौधे लगाने और मंदिर परिसर में गमले लगाने के निर्देश दिए. श्री बलदेव मंदिर में लाईट लगाने के साथ ही रोडलाईट को ठीक करने के लिए विद्युत शाखा को निर्देश दिए.
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उधर, स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने से पहले ग्रेटर नगर निगम में सफाई व्यवस्था की चाल बिगड़ गई है. महापौर ने बैठकों में तो अधिकारियों को निर्देश दिए, लेकिन इसका असर सड़क पर देखने को नहीं मिल रहा. कारण साफ है डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर रही बीवीजी कंपनी के कर्मचारी बीते 4 दिन से 4 जोन में हड़ताल पर हैं. ऐसे में कचरा सड़कों पर आ रहा है. हालांकि कंपनी के विकल्प पर चर्चा जरूर की जा रही है.
फिलहाल सर्वेक्षण का दौर शुरू होने से पहले कचरा संग्रहण सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है. इसे ध्यान में रखते हुए महापौर सौम्या गुर्जर ने सोमवार को मालवीय नगर और मानसरोवर जोन का दौरा करते हुए ओपन कचरा डिपो को उठाने के निर्देश दिए और सफाई कार्य में अनियमितता नहीं रखने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी.