ETV Bharat / city

जयपुरः मोती डूंगरी मंदिर में गणेश चतुर्थी को लेकर तैयारियां शुरू - Ganesh Chaturthi 2019

छोटी काशी के मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में गणेश जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां शुरु हो गई है. मोतीडूंगरी मंदिर में 28 अगस्त से 7 दिवसीय जन्मोत्सव का शुभारंभ हो जाएगा. इस दौरान 7 दिनों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. वहीं, जन्मोत्सव में सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है.

moti dungri ganesh temple, मोतीडूंगरी गणेश मंदिर,
author img

By

Published : Aug 26, 2019, 6:52 PM IST

जयपुर. छोटी काशी के मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में गणेश जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर है. 2 सितंबर को होने वाले गणेश चतुर्थी को लेकर शहर में विभिन्न आयोजन होंगे. वहीं, मोतीडूंगरी मंदिर में 28 अगस्त से ही पुष्य नक्षत्र अभिषेक और ध्वज पूजन के साथ 7 दिवसीय जन्मोत्सव का शुभारंभ हो जाएगा.

मोती डुंगरी गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी पर आयोजन

बता दें कि भाद्र पद शुक्ल चतुर्थी यानी गणेश चतुर्थी इस बार 2 सितंबर को है. इस दौरान राजधानी के प्रसिद्ध मोती डूंगरी गणेश मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. ये कार्यक्रम 28 अगस्त से 3 सितंबर तक आयोजित होंगे. कार्यक्रम में 28 अगस्त को भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा पर दूध, दही,शहद, घी और चीनी से पंचामृत अभिषेक किया जाएगा. जिसके बाद ध्वज पूजन व ध्वजारोहण के साथ जन्मोत्सव का शुभारंभ होगा.

प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि, 28 अगस्त को सुबह भगवान श्री गणेश जी का 500 किलो दूध,50 किलो बुरा, 100 किलो दही, 11 किलो शहद और 11 किलो घी से अभिषेक होगा. अभिषेक के बाद रक्षा सूत्र और हल्दी प्रसाद सभी भक्तजनों को वितरित किए जायेंगे. वहीं, भक्तजन भगवान को 21, 108 और 1008 मोदक अर्पित करेंगे. ये कार्यक्रम 28 अगस्त से 31 अगस्त तक चलेगा. जिसके बाद1 सितंबर को मेहंदी पूजन और सिंजारा का आयोजन किया जाएगा.

ये पढ़ें: जयपुरः हुनर हाट मेला बना आकर्षण का केंद्र

1 सितंबर को भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा को स्वर्ण मुकुट धारण करवाया जाएगा. साथ ही प्रसाद स्वरूप भक्तों को 3100 किलो मेहंदी का वितरण किया जाएगा. 2 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन जन्म उत्सव दर्शन कराए जाएंगे. सुबह 3:30 बजे मंगला आरती के बाद भगवान के दर्शन के लिए पट खोले जाएंगे, जो रात्रि 11:45 तक खुले रहेंगे.

ये पढ़ें: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने शुरु की कॉल सेंटर सेवा

गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा की शोभायात्रा निकाली जाएगी. जो मोतीडूंगरी मंदिर से रवाना होकर, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया सहित अन्य रास्तो से होते हुए गढ़ गणेश मंदिर पहुंचेगी. जहाँ गढ़ गणेश महंत परिवार की ओर से आरती उतारी जाएगी. उसके बाद गणेश जी का विसर्जन किया जाएगा.

सुरक्षा के विशेष प्रबंध

7 दिनों तक चलने वाले इस जन्मोत्सव समारोह में सुरक्षा के विशेष व्यवस्था की है. जहां दर्शनार्थियों के लिए 6 DFMD और 6 HSMD की व्यवस्था की गई है. साथ ही 56 CCTV कैमरे भी लगाएं गए है. तो वही मंदिर में दर्शन के लिए जाने के लिए पांच लाइन है और वापस निकलने के लिए 6 लेन बनाई गई है. वहीं, निशक्तजनों और वर्द्धजनों के लिए अलग से रिक्शों की व्यवस्था की गई है.

जयपुर. छोटी काशी के मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में गणेश जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर है. 2 सितंबर को होने वाले गणेश चतुर्थी को लेकर शहर में विभिन्न आयोजन होंगे. वहीं, मोतीडूंगरी मंदिर में 28 अगस्त से ही पुष्य नक्षत्र अभिषेक और ध्वज पूजन के साथ 7 दिवसीय जन्मोत्सव का शुभारंभ हो जाएगा.

मोती डुंगरी गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी पर आयोजन

बता दें कि भाद्र पद शुक्ल चतुर्थी यानी गणेश चतुर्थी इस बार 2 सितंबर को है. इस दौरान राजधानी के प्रसिद्ध मोती डूंगरी गणेश मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. ये कार्यक्रम 28 अगस्त से 3 सितंबर तक आयोजित होंगे. कार्यक्रम में 28 अगस्त को भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा पर दूध, दही,शहद, घी और चीनी से पंचामृत अभिषेक किया जाएगा. जिसके बाद ध्वज पूजन व ध्वजारोहण के साथ जन्मोत्सव का शुभारंभ होगा.

प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि, 28 अगस्त को सुबह भगवान श्री गणेश जी का 500 किलो दूध,50 किलो बुरा, 100 किलो दही, 11 किलो शहद और 11 किलो घी से अभिषेक होगा. अभिषेक के बाद रक्षा सूत्र और हल्दी प्रसाद सभी भक्तजनों को वितरित किए जायेंगे. वहीं, भक्तजन भगवान को 21, 108 और 1008 मोदक अर्पित करेंगे. ये कार्यक्रम 28 अगस्त से 31 अगस्त तक चलेगा. जिसके बाद1 सितंबर को मेहंदी पूजन और सिंजारा का आयोजन किया जाएगा.

ये पढ़ें: जयपुरः हुनर हाट मेला बना आकर्षण का केंद्र

1 सितंबर को भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा को स्वर्ण मुकुट धारण करवाया जाएगा. साथ ही प्रसाद स्वरूप भक्तों को 3100 किलो मेहंदी का वितरण किया जाएगा. 2 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन जन्म उत्सव दर्शन कराए जाएंगे. सुबह 3:30 बजे मंगला आरती के बाद भगवान के दर्शन के लिए पट खोले जाएंगे, जो रात्रि 11:45 तक खुले रहेंगे.

ये पढ़ें: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने शुरु की कॉल सेंटर सेवा

गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा की शोभायात्रा निकाली जाएगी. जो मोतीडूंगरी मंदिर से रवाना होकर, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया सहित अन्य रास्तो से होते हुए गढ़ गणेश मंदिर पहुंचेगी. जहाँ गढ़ गणेश महंत परिवार की ओर से आरती उतारी जाएगी. उसके बाद गणेश जी का विसर्जन किया जाएगा.

सुरक्षा के विशेष प्रबंध

7 दिनों तक चलने वाले इस जन्मोत्सव समारोह में सुरक्षा के विशेष व्यवस्था की है. जहां दर्शनार्थियों के लिए 6 DFMD और 6 HSMD की व्यवस्था की गई है. साथ ही 56 CCTV कैमरे भी लगाएं गए है. तो वही मंदिर में दर्शन के लिए जाने के लिए पांच लाइन है और वापस निकलने के लिए 6 लेन बनाई गई है. वहीं, निशक्तजनों और वर्द्धजनों के लिए अलग से रिक्शों की व्यवस्था की गई है.

Intro:प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में गणेश जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर है. 2 सितंबर को होने वाले गणेश चतुर्थी को लेकर छोटी काशी में विभिन्न आयोजन होंगे. तो वही मोतीडूंगरी मंदिर में 28 अगस्त से ही पुष्य नक्षत्र अभिषेक और ध्वज पूजन के साथ 7 दिवसीय जन्मोत्सव का शुभारंभ हो जाएगा.


Body:एंकर : भाद्र पद शुक्ल चतुर्थी यानी गणेश चतुर्थी इस बार 2 सितंबर को है. इस दौरान राजधानी के प्रसिद्ध मोती डूंगरी गणेश मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जो 28 अगस्त से 3 सितंबर तक आयोजित होंगे. कार्यक्रम में 28 अगस्त को भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा पर दूध, दही,शहद, घी और चीनी से पंचामृत अभिषेक किया जाएगा. जिसके बाद ध्वज पूजन व ध्वजारोहण के साथ जन्मोत्सव का शुभारंभ होगा.

प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने बताया की, 28 अगस्त को अलसुबह भगवान श्री गणेश का 500 किलो दूध,50 किलो बुरा, 100 किलो दही, 11 किलो शहद और 11 किलो घी से अभिषेक होगा. इसी दिवस पर अभिषेक के बाद रक्षा सूत्र और हल्दी प्रसाद सभी भक्तजनों को वितरित किए जायेंगे. वही भक्तजन भगवान श्री के 21, 108 और 1008 मोदक अर्पित करेंगे. ये कार्यक्रम 28 अगस्त से 31 अगस्त तक चलेगा.

इसके बाद 1 सितंबर को मेहंदी पूजन और सिंजारा का आयोजन किया जाएगा. इस दिन भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा पर स्वर्ण मुकुट धारण करवाया जाएगा. साथ ही प्रसाद स्वरूप भक्तों को 3100 किलो मेहंदी का वितरण किया जाएगा. 2 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन जन्म उत्सव दर्शन कराए जाएंगे.अलसुबह 3:30 बजे मंगला आरती के बाद भगवान के दर्शन के लिए पट खोले जाएंगे, जो रात्रि 11:45 तक खुले रहेंगे. गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा की शोभायात्रा निकाली जाएगी. जो मोतीडूंगरी मंदिर से रवाना होकर, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया सहित अन्य रास्तो से होते हुए गढ़ गणेश मंदिर पहुंचेगी. जहाँ गढ़ गणेश महंत परिवार द्वारा आरती उतारी जाएगी. उसके बाद गणेश जी का विसर्जन किया जाएगा.

7 दिनों तक चलने वाले इस जन्मोत्सव समारोह में सुरक्षा के विशेष व्यवस्था की है. जहां दर्शनार्थियों के लिए 6 DFMD और 6 HSMD की व्यवस्था की गई है. साथ ही 56 CCTV कैमरे भी लगाएं गए है. तो वही मंदिर में दर्शन के लिए जाने के लिए पांच लाइन है और वापस निकलने के लिए 6 लेन बनाई गई है. वही निशक्तजनों और वर्द्धजनो के लिए अलग से रिक्शो की व्यवस्था की गई है.

बाइट- महंत कैलाश शर्मा, मोती डूंगरी गणेश मंदिर



Conclusion:...
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.