जयपुर. छोटी काशी के प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में बुधवार से सात दिवसीय जन्मोत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. जिसमें अलसुबह भगवान श्रीगणेश का पंचामृत अभिषेक हुआ. उसके बाद 1008 मोदक की मनमोहक झांकी सजाई गई. इस दौरान महंत कैलाश शर्मा ने ध्वजारोहण कर जन्मोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
विघ्नहर्ता और रिद्धि सिद्धि के दाता श्री गणेश जी महाराज का अलसुबह पुष्य नक्षत्र में पंचामृत अभिषेक, संकल्प लेकर प्रारंभ हुआ. इसमें 500 किलो दूध, 50 किलो बुरा, 100 किलो दही, 11 किलो शहद और 11 किलो घी से पंचामृत अभिषेक किया गया. इससे पहले भगवान का अभिषेक गंगाजल फिर गुलाब जल और केवड़ा जल के बाद इत्राभिषेक भी हुआ. इसमें गुलाब, खस और केवड़े के इत्र से अभिषेक किया गया. उसके बाद गणपति बप्पा का पंचामृत अभिषेक हुआ.
वहीं गणेश जी महाराज के मोदक की झांकी भी सजाई गई. झांकी के मुख्य मोदक 251 किलो के 2 मोदक, 5 मोदक 51 किलो के, 21 मोदक 21 किलो के, 1100 मोदक 1.25 किलो और अन्य छोटे-मोटे मोदक की भव्य झांकी से भगवान गणपति को भोग लगाया गया. इन मोदकों को बनाने के लिए 2500 किलो घी, 3 हजार किलो बेसन, 9 हजार किलो शक्कर और करीब 100 किलो मेवा लगा.
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इन मोदकों को भगवान के भोग लगाने के बाद भक्तो में वितरण कर दिया गया. इससे पहले फूलों के झरोखे में विराजमान भगवान गणपति को हीरो जड़ा मुकुट धारण करवाया गया. जो कि वर्ष में सिर्फ एक बार ही मोती, सोना, पन्ना, माणक आदि भाव स्वरूप मुकुट बप्पा को पहनाया गया. यह भक्तो में आकर्षण का केंद्र भी रहा. हालांकि आज के दिन भक्तों द्वारा लाया गया प्रसाद भगवान के नहीं चढ़ सका. भगवान गणपति के पंचामृत अभिषेक और मोदक की झांकी 31 अगस्त तक सजाई जाएगी.