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जयपुरः मोती डूंगरी मंदिर में गणेश जन्मोत्सव का आगाज

मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में बुधवार को मोदक झांकी के साथ गणेश उत्सव की शुरुआत हुई. पहले दिन की इस झांकी में ध्वज पूजन, पंचामृत अभिषेक और मोदकों की झांकी का कार्यक्रम शामिल था.

jaipur motidungri temple news, जयपुर न्यूज
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Published : Aug 28, 2019, 4:27 PM IST

जयपुर. छोटी काशी के प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में बुधवार से सात दिवसीय जन्मोत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. जिसमें अलसुबह भगवान श्रीगणेश का पंचामृत अभिषेक हुआ. उसके बाद 1008 मोदक की मनमोहक झांकी सजाई गई. इस दौरान महंत कैलाश शर्मा ने ध्वजारोहण कर जन्मोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया.

विघ्नहर्ता और रिद्धि सिद्धि के दाता श्री गणेश जी महाराज का अलसुबह पुष्य नक्षत्र में पंचामृत अभिषेक, संकल्प लेकर प्रारंभ हुआ. इसमें 500 किलो दूध, 50 किलो बुरा, 100 किलो दही, 11 किलो शहद और 11 किलो घी से पंचामृत अभिषेक किया गया. इससे पहले भगवान का अभिषेक गंगाजल फिर गुलाब जल और केवड़ा जल के बाद इत्राभिषेक भी हुआ. इसमें गुलाब, खस और केवड़े के इत्र से अभिषेक किया गया. उसके बाद गणपति बप्पा का पंचामृत अभिषेक हुआ.

मोतीडूंगरी मंदिर में गणेश जन्मोत्सव का आगाज

वहीं गणेश जी महाराज के मोदक की झांकी भी सजाई गई. झांकी के मुख्य मोदक 251 किलो के 2 मोदक, 5 मोदक 51 किलो के, 21 मोदक 21 किलो के, 1100 मोदक 1.25 किलो और अन्य छोटे-मोटे मोदक की भव्य झांकी से भगवान गणपति को भोग लगाया गया. इन मोदकों को बनाने के लिए 2500 किलो घी, 3 हजार किलो बेसन, 9 हजार किलो शक्कर और करीब 100 किलो मेवा लगा.

पढ़ें: छात्र संघ चुनाव 2019: युवाओं के ये हैं सिरमौर, देखते रहिए प्रदेश भर से Live

इन मोदकों को भगवान के भोग लगाने के बाद भक्तो में वितरण कर दिया गया. इससे पहले फूलों के झरोखे में विराजमान भगवान गणपति को हीरो जड़ा मुकुट धारण करवाया गया. जो कि वर्ष में सिर्फ एक बार ही मोती, सोना, पन्ना, माणक आदि भाव स्वरूप मुकुट बप्पा को पहनाया गया. यह भक्तो में आकर्षण का केंद्र भी रहा. हालांकि आज के दिन भक्तों द्वारा लाया गया प्रसाद भगवान के नहीं चढ़ सका. भगवान गणपति के पंचामृत अभिषेक और मोदक की झांकी 31 अगस्त तक सजाई जाएगी.

जयपुर. छोटी काशी के प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में बुधवार से सात दिवसीय जन्मोत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. जिसमें अलसुबह भगवान श्रीगणेश का पंचामृत अभिषेक हुआ. उसके बाद 1008 मोदक की मनमोहक झांकी सजाई गई. इस दौरान महंत कैलाश शर्मा ने ध्वजारोहण कर जन्मोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया.

विघ्नहर्ता और रिद्धि सिद्धि के दाता श्री गणेश जी महाराज का अलसुबह पुष्य नक्षत्र में पंचामृत अभिषेक, संकल्प लेकर प्रारंभ हुआ. इसमें 500 किलो दूध, 50 किलो बुरा, 100 किलो दही, 11 किलो शहद और 11 किलो घी से पंचामृत अभिषेक किया गया. इससे पहले भगवान का अभिषेक गंगाजल फिर गुलाब जल और केवड़ा जल के बाद इत्राभिषेक भी हुआ. इसमें गुलाब, खस और केवड़े के इत्र से अभिषेक किया गया. उसके बाद गणपति बप्पा का पंचामृत अभिषेक हुआ.

मोतीडूंगरी मंदिर में गणेश जन्मोत्सव का आगाज

वहीं गणेश जी महाराज के मोदक की झांकी भी सजाई गई. झांकी के मुख्य मोदक 251 किलो के 2 मोदक, 5 मोदक 51 किलो के, 21 मोदक 21 किलो के, 1100 मोदक 1.25 किलो और अन्य छोटे-मोटे मोदक की भव्य झांकी से भगवान गणपति को भोग लगाया गया. इन मोदकों को बनाने के लिए 2500 किलो घी, 3 हजार किलो बेसन, 9 हजार किलो शक्कर और करीब 100 किलो मेवा लगा.

पढ़ें: छात्र संघ चुनाव 2019: युवाओं के ये हैं सिरमौर, देखते रहिए प्रदेश भर से Live

इन मोदकों को भगवान के भोग लगाने के बाद भक्तो में वितरण कर दिया गया. इससे पहले फूलों के झरोखे में विराजमान भगवान गणपति को हीरो जड़ा मुकुट धारण करवाया गया. जो कि वर्ष में सिर्फ एक बार ही मोती, सोना, पन्ना, माणक आदि भाव स्वरूप मुकुट बप्पा को पहनाया गया. यह भक्तो में आकर्षण का केंद्र भी रहा. हालांकि आज के दिन भक्तों द्वारा लाया गया प्रसाद भगवान के नहीं चढ़ सका. भगवान गणपति के पंचामृत अभिषेक और मोदक की झांकी 31 अगस्त तक सजाई जाएगी.

Intro:मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में आज मोदक झांकी से गणेश उत्सव की शुरुआत हुई. जिसमे पहले दिन ध्वज पूजन, पंचामृत अभिषेक और मोदकों की झांकी के दर्शन हुए. जिसमें बड़ी संख्या में श्रदालुओं ने गणपति बप्पा के जयघोष के साथ उनके दरबार मे।मथा टेका.


Body:जयपुर : छोटी काशी के प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मन्दिर में आज से सात दिवसीय जन्मोत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. जिसमें अलसुबह भगवान श्रीगणेश पंचामृत अभिषेक हुआ. उसके बाद 1008 मोदक की मनमोहक झांकी सजाई गई. इस दौरान महंत कैलाश शर्मा ने ध्वजारोहण कर जन्मोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया.

विध्नहर्ता और रिद्धि सिद्धि के दाता श्री गणेश जी महाराज का अलसुबह पुष्य नक्षत्र में पंचामृत अभिषेक संकल्प लेकर प्रारंभ हुआ. इसमें 500 किलो दूध, 50 किलो बुरा, 100 किलो दही, 11 किलो शहद और 11 किलो घी से पंचामृत अभिषेक किया गया. इससे पहले भगवान का अभिषेक गंगाजल फिर गुलाब जल और केवड़ा जल के बाद इत्राभिषेक भी हुआ. इसमें गुलाब,खस और केवड़े के इत्र से अभिषेक किया गया. उसके बाद गणपति बप्पा का पंचामृत अभिषेक हुआ

वही गणेश जी महाराज के मोदक की झांकी भी सजाई गई. झांकी के मुख्य मोदक 251 किलो के 2 मोदक, 5 मोदक 51 किलो के, 21 मोदक 21 किलो के, 1100 मोदक 1.25 किलो और अन्य छोटे-मोटे मोदक की भव्य झांकी से भगवान गणपति को भोग लगाया गया. इन मोदकों को बनाने के लिए 2500 किलो घी, 3 हजार किलो बेसन, 9 हजार किलो शक्कर और करीब 100 किलो मेवा लगा. इन मोदकों को भगवान के भोग लगाने के बाद भक्तो में निशुल्क वितरण कर दिया गया.

इससे पहले फूलों के झरोखे में विराजमान भगवान गणपति को हीरो झड़ा मुकुट धारण करवाया गया.जो की वर्ष में सिर्फ एक बार ही मोती,सोना,पन्ना,माणक आदि भाव स्वरूप मुकुट बप्पा को पहनाया गया. जो कि भक्तो में आकर्षण का केंद्र रहा. हालांकि आज के दिन भक्तो द्वारा लाया गया प्रसाद भगवान के नहीं चढ़ सका. भगवान गणपति के पंचामृत अभिषेक और मोदक की झांकी 31 अगस्त तक सजाई जाएगी.

बाइट- महंत कैलाश शर्मा, मोतीडूंगरी गणेश मंदिर


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