जयपुर. राजधानी जयपुर में साइबर ठगी (Cyber Fraud) की वारदातें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं. रोजाना साइबर ठग अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों को अपना शिकार बनाने में लगे हुए हैं. गुरुवार को राजधानी में साइबर ठगी के 2 नए प्रकरण सामने आए हैं. इसमें पहला मामला नाहरगढ़ थाने में तो वहीं दूसरा मामला विशेष अपराध एवं साइबर क्राइम (Cyber Crime) थाने में दर्ज हुआ है.
नाहरगढ़ थाने में नरसिंह कॉलोनी पुरानी बस्ती निवासी प्रभु दयाल योगी ने साइबर ठगी का मामला दर्ज करवाया है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि 9 मार्च को पीड़ित को हार्ट अटैक आने पर मानसरोवर के कृष्णा हार्ट हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. जहां पर पीड़ित 25 अप्रैल तक भर्ती रहा और उसका इलाज चलता रहा. इस दौरान पीड़ित के किरायेदार ने पीड़ित के मोबाइल से यूपीआई के जरिए हॉस्पिटल का बिल चुकाया. बिल चुकाने के दौरान किरायेदार ने पीड़ित के यूपीआई से संबंधित तमाम जानकारी हासिल कर ली और फिर अप्रैल से लेकर जून माह तक पीड़ित के दो अलग-अलग बैंक खातों से अनेक बारी में छोटी-छोटी राशि का ट्रांजैक्शन कर कुल 9.10 लाख रुपए निकाल लिए.
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पीड़ित को उसके साथ हुई ठगी की भनक तब लगी, जब उसकी बैंक किश्त का एक चेक बाउंस हो गया. उसके बाद पीड़ित ने जब बैंक से खाते का स्टेटमेंट निकाला, तब जाकर उसे ठगी का पता चला. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर ट्रांजैक्शन डिटेल के आधार पर जांच करना शुरू किया है.
पेमेंट सर्वर हैक कर ठगे 5.29 लाख रुपए
वहीं ठगी का दूसरा मामला विशेष अपराध एवं साइबर क्राइम थाने में दर्ज हुआ है. ठगी का यह मामला कालवाड़ निवासी योगेंद्र सिंह ने दर्ज करवाया है, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि पीड़ित का निवारू रोड स्थित जय श्री टावर में ऑफिस है. जहां पर विभिन्न तरह के फाइनेंसियल काम किए जाते हैं. साइबर ठगों द्वारा पीड़ित की कंपनी के पेमेंट सर्वर में छेड़छाड़ कर उसे हैक किया गया. उसके बाद ठगों ने कंपनी के खाते से 5.29 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन कर लिया. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है और ट्रांजैक्शन डिटेल के आधार पर जांच की जा रही है.