जयपुर. राजधानी के करधनी थाना (Oxygen Fraud in Kardhani Police station) इलाके में ऑक्सीजन सिलेंडर रेगुलेटर (Oxygen Cylinder Regulator Scam) के नाम पर 1.50 लाख रुपए की ठगी करने का प्रकरण सामने आया है. ठगी के प्रकरण को लेकर कालवाड़ रोड निवासी भगत सिंह देवड़ा ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है.
शिकायत में परिवादी ने बताया कि उसने उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित एक फर्म से 100 ऑक्सीजन सिलेंडर रेगुलेटर खरीदने का सौदा किया और हरिद्वार की फर्म ने 1.50 लाख रुपए लेकर ट्रैक ऑन कुरियर सर्विस (Track On Courier Service) के जरिए उक्त ऑक्सीजन सिलेंडर रेगुलेटर जयपुर भेजने की बात कही. पूरा पेमेंट करने के बावजूद भी परिवादी को सामान डिलीवर नहीं किया गया.
6 महीने तक किया गुमराह
सामान की डिलीवरी के संबंध में जब परिवादी ने उत्तराखंड की फर्म के प्रतिनिधि विनोद कपूर से बात की तो उन्होंने जल्द ही सामान जयपुर भेजने का आश्वासन दिया. परिवादी को 6 महीने तक गुमराह करने के बाद उत्तराखंड की फर्म ने सामान भेजने और राशि वापस लौटाने से साफ इनकार कर दिया. इसके बाद पीड़ित ने करधनी थाने में शिकायत दर्ज करवाई है. पुलिस ने आईपीसी की धारा 406, 420, 467, 468 और 120 बी के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.
सेना में सिपाही बताकर ठगी
ठगी का दूसरा मामला भांकरोटा थाने (Bhankrota Police Station) में दर्ज हुआ है, जहां महापुरा निवासी अरुण कुमार मिर्धा ने शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि परिवादी का कंबल बनाने और बेचने का काम है. 29 नवंबर को परिवादी के पास प्रवीण कुमार नामक व्यक्ति ने फोन कर खुद को सेना में सिपाही के पद पर कार्यरत बताया और 10 कंबल डिलीवर करने के लिए कहा.
ऑनलाइन पेमेंट करने का दिया झांसा
इसके बाद परिवादी को आनंदी लाल नामक व्यक्ति ने फोन कर कंबल का ऑनलाइन पेमेंट करने का झांसा देकर व्हाट्सएप पर क्यूआर कोड भेजा और उसे स्कैन करने के लिए कहा. जैसे कि परिवादी ने क्यूआर कोड स्कैन किया वैसे ही उसके खाते से ठगों ने 28 हजार रुपए का ट्रांजैक्शन कर लिया. इस प्रकार से ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.