जयपुर. इस संबंध में जयपुर देहात मंडल के डाकघर अधीक्षक मोहन सिंह मीणा ने कल्ला रावत, राम गणेश रावत, बबलू कुशवाहा और दिनेश सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया है कि 124 ग्रामीण डाक सेवकों के पदों के लिए परीक्षा आयोजित करवाई गई, जिसका परिणाम दिसंबर 2020 में घोषित किया गया. परीक्षा पास करने के बाद चयनित हुए आवेदनकर्ताओं से उनके मूल दस्तावेज सत्यापन के लिए जयपुर देहात मंडल के अधीक्षक कार्यालय में जमा कराने के लिए कहा गया.
28 जनवरी 2021 को तमाम चयनित आवेदनकर्ताओं ने अपने मूल दस्तावेज कार्यालय में जमा करवा दिए. जिसके बाद उनके दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन किया गया. इस दौरान जब चार आवेदनकर्ता कल्ला रावत, रामगणेश रावत, बबलू कुशवाहा और दिनेश सिंह के द्वारा कार्यालय में दी गई उनकी दसवीं की अंक तालिका जो कि माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा जारी की गई थी, उसका ऑनलाइन संबंधित बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर सत्यापन किया गया. सत्यापन के दौरान आवेदनकर्ता द्वारा कार्यालय में दी गई अंक तालिका और संबंधित बोर्ड की वेबसाइट से प्राप्त ऑनलाइन अंक तालिका में भिन्नता पाई गई.
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इस पर जब कार्यालय ने संबंधित बोर्ड के अधिकारियों से संपर्क किया तो चारों आवेदनकर्ताओं द्वारा कार्यालय में पेश की गई अंकतालिकाएं फर्जी पाई गई. फर्जी अंकतालिकाओं के आधार पर आरोपियों ने ग्रामीण डाक सेवकों की नौकरी प्राप्त की. फिलहाल, डाक विभाग की ओर से चारों आरोपियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है और साथ ही पुलिस ने भी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है.