जयपुर. भारत बंद के दौरान मंगलवार को परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की ओर से बिना नंबर का ट्रैक्टर चलाने और कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने का मामला गहराता जा रहा है. भाजपा ने इसे एक बड़ा मुद्दा बना लिया है और भाजपा नेताओं ने इसकी निंदा भी की है. पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने प्रताप सिंह खाचरियावास पर निशाना साधा और कहा कि क्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उन पर कार्रवाई करेंगे या चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की तरह उन्हें क्लीन चिट दे देंगे.
सराफ ने कहा कि पूर्व में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भी नियमों को तोड़कर स्वयं कोरोना पॉजिटिव होते हुए अस्पताल का दौरा किया था. जिन्हें बाद में मुख्यमंत्री ने क्लीन चिट दे दी थी. उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते हुए मंगलवार को सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने और आलाकमान को खुश करने के लिए बलपूर्वक बंद करवाने के लिए यातायात मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने अपने विभागीय नियमों के साथ कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन करते हुए मोटर साइकिल पर बिना हेलमेट के अपने समर्थकों के साथ जयपुर की सड़कों पर स्वयं बिना नम्बर के ओवरलोड ट्रैक्टर चलाकर गैरकानूनी कार्य किया है. उनकी हिम्मत इसलिए हुई क्योंकि उन्हें मालूम है मुख्यमंत्री से क्लीन चिट तो मिल ही जाएगी, फिर डर काहे का.
सराफ ने कहा कि मुख्यमंत्री गंभीरता से विचार करें कि महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे मंत्रियों का बार-बार इस तरह नियमों का उल्लंघन करना उचित है? सराफ ने मांग की कि लगातार कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन करने वाले अपने मंत्रियों को मुख्यमंत्री क्लीन चिट देते रहेंगें या राज्य की जनता को अच्छा सन्देश देने के लिए मंत्रियों पर कोई प्रभावी कार्रवाई करेंगें.
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सराफ ने कहा कि सरकार के मंत्रियों का वैश्विक महामारी कोरोना के काल में इस तरह लगातार नियमों का उल्लंघन करना दुर्भाग्यपूर्ण और अफसोसजनक है. यदि आमजन इसी तरह नियमों का उल्लंघन करता तो उस पर 2 हजार रुपए जुर्माने के साथ उसका वाहन जब्त भी हो सकता है, लेकिन ये तो मंत्री हैं इसलिए ये सब नियम कायदों से ऊपर हैं और मुख्यमंत्री की शह भी है.