जयपुर. कांग्रेस की ओर से रविवार को आयोजित होने वाली राष्ट्रव्यापी 'महंगाई हटाओ रैली' में हिस्सा लेने के लिए हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda in Jaipur) जयपुर पहुंचे. इस दौरान हुड्डा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि किसान आंदोलन के आगे केंद्र सरकार को समझौता करना पड़ा. यह किसानों की धैर्य की जीत है.
उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून के खिलाफ यह आंदोलन किसी राजनीतिक पार्टी के झंडे के नीचे नहीं था. लेकिन कांग्रेस इन कानून का विरोध करते हुए किसानों के साथ खड़ी थी. आज यह आंदोलन समझौतों के साथ समाप्त हो गया. किसानों के धैर्य के आगे मोदी सरकार झुकी. यह आंदोलन इतिहास में याद रखा जाएगा . आजादी के बाद पहला ऐसा आंदोलन था, जो एक साल से ज्यादा चला. हुड्डा ने कहा कि अब सभी राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वो किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के दौरान जिन किसानों की मौत हुई है, उनको मुआवजा राशि और एक-एक परिवार को नौकरी दें.
हुड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि किसानों पर आंदोलन के दौरान जो मुकदमे लगे हैं , उन्हें वापस लें. जब आंदोलन खत्म हो गया था, मुकदमें भी वापस होने चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार से फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ही खरीद करने, मंडी के बाहर अगर कोई समर्थन मूल्य से कम खरीदे तो उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
वैट कम करने पर राजस्थान सहित सभी राज्यों को विचार करना चाहिए
हुड्डा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में कमी होने के बावजूद भी केंद्र सरकार पेट्रोल डीजल के दामों में कमी नही कर रही है. जिससे महंगाई आसमान छू रही है, हुड्डा ने राज्यों के वैट को लेकर कहा कि हरियाणा में पहले से ही सबसे सस्ता पेट्रोल-डीजल मिलता था. हमारी सरकार के वक्त तो दिल्ली से भी कम कीमत पर पेट्रोल-डीजल मिलता था क्योंकि हरियाणा में वैट 9.25 फीसदी था. अब हरियाणा में भी 18 फीसदी से ज्यादा वैट लगा दिया गया है.
हुड्डा ने कहा कि कृषि का सौदा पहले भी महंगा था, आज भी महंगा है. उन्होंने राजस्थान सहित अन्य राज्यों को नसीहत दी कि पेट्रोल-डीजल पर वैट ज्यादा है. हालात यह है कि किसान की लागत बढ़ रही है और आमदनी घट रही है. इसलिए सभी राज्य सरकारों को वैट कम कर किसानों को राहत देनी चाहिए. हुड्डा ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें ज्यादा होने का कारण यह भी है कि कई राज्यों में वैट ज्यादा है.