जयपुर. राजस्थान वन अधीनस्थ कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने शनिवार को प्रदर्शन किया. जयपुर में वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई के आवास का घेराव कर कर्मचारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा. कर्मचारियों की मांग है कि धौलपुर वन मंडल उप वन संरक्षक कैलाशचंद मीणा की ट्रांसफर की जाए. वहीं, कर्मचारियों ने उप वन संरक्षक के तानाशाही रवैये और वनकर्मियों के किए जा रहे शोषण को लेकर विरोध जताया.
वहीं, विरोध जता रहे कर्मचारियों का आरोप है कि कैलाशचंद मीणा वनकर्मियों से आए दिन अभद्र भाषा बोलकर उसे बेज्जत करते हैं. इसका विरोध करने पर स्थानांतरण करने और ए.सी.आर खराब करने की धमकी देते हैं. साथ ही कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि इसके अलावा विकास कार्यो और वन नाकों, रेंजों को बेचता भी है.
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वनकर्मी विवेक सिंह ने बताया कि 18 अक्टूबर को वन मंडल धौलपुर कार्यालय में फील्ड स्टाफ की कैलाशचंद मीणा ने एक बैठक ली थी. जिसमें मीणा ने वनकर्मियों से अभद्र भाषा और उनके साथ गलत व्यवहार किया. उन्होंने बताया कि पूरी मीटिंग में करीब साढ़े तीन घंटे तक सभी कर्मचारियों को मीणा ने खड़ा रखा. वहीं, तबियत बिगड़ने पर कुछ कर्मचारी बैठने लगे तो उनके साथ गलत व्यवहार किया और धमकाया गया.
बता दें कि ऐसे में बड़ी संख्या में वनकर्मियों ने वनमंत्री सुखराम विश्नोई को ज्ञापन सौंप धौलपुर जिले के कर्मचारियों के शोषण और उत्पीड़न को रोकने की गुहार लगाई. साथ ही जल्द से जल्द उप वन संरक्षक धौलपुर कैलाशचंद मीणा को तुरंत प्रभाव से धौलपुर से हटाकर निष्पक्ष जांच करवाने की मांग रखी. जिस पर वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. वहीं, उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि मांगे नहीं मानी गई तो धौलपुर वनकर्मी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाएंगे.