जयपुर. वन एवं पर्यावरण मंत्री बनने के बाद पहली बार हेमाराम चौधरी ने झालाना जंगल का दौरा किया. मंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ झालाना लेपर्ड रिजर्व (Hemaram Choudhary in Jhalana leopard Reserve) का भ्रमण कर लेपर्ड्स के संरक्षण को लेकर की गईं व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया. वन विभाग के मुखिया प्रधान मुख्य वन संरक्षक डीएन पांडे डीएफओ अजय चित्तौड़ा, एसीएफ जगदीश गुप्ता और रेंजर जनेश्वर चौधरी समेत व निर्वाचन अधिकारी मौजूद रहे.
झालाना जंगल में वन मंत्री हेमाराम चौधरी को नीगट्टा पॉइंट पर पैंथर रैम्बो की साइटिंग हुई. लेपर्ड के साथ कई प्रजातियों के वन्यजीव भी उन्होंने देखे. लेपर्ड्स को देखकर वन मंत्री काफी प्रसन्न हुए. वन एंव पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने झालाना पहुंच कर अरबन फॉरेस्ट कंसेप्ट को समझा और ये जाना कि विभाग वनयजीव संरक्षण के लिए ग्राउंड जीरो पर क्या काम कर रहा है. मंत्री ने झालाना बबूल हटाकर लगाए गए फलों के पौधों को देखा और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के कार्यों की सराहना की.
झालाना लेपर्ड रिजर्व के डेवलपमेंट को लेकर वन मंत्री ने तारीफ की. वन मंत्री ने ग्रास लैंड डेवलपमेंट और पौधारोपण को लेकर सराहना की. उन्होंने कहा कि झालाना लेपर्ड रिजर्व को बहुत ही अच्छे तरीके से मेंटेन किया गया है. यहां पर ग्रास लैंड भी काफी अच्छी डेवलप की गई है. वन मंत्री हेमाराम ने वन विभाग के स्टाफ से बातचीत की और जंगल संरक्षण की चुनौतियों और संरक्षण की नई योजनाओं पर चर्चा की. वन मंत्री ने कहा कि आमागढ़ वन क्षेत्र में जल्द लेपर्ड सफारी शुरू की जाएगी. प्रधान मुख्य वन संरक्षक डीएन पांडेय ने तुलसी का पौधा देकर वन मंत्री का वेलकम किया. मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने लेपर्ड का फोटो देकर मंत्री का स्वागत किया.