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First Phase of Budget Session: सवाल लगाने में भाजपा से राठौड़ और कांग्रेस से भरत सिंह अव्वल...73 विधायक बने रहे 'मौनी बाबा' - etv bharat Rajasthan news

राजस्थान के बजट सत्र का पहला फेज समाप्त (First Phase of Budget Session) हो चुका है. इस दौरान विधानसभा में सवाल लगाने के मामले में भाजपा से राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore ask more question in budget session ) और कांग्रेस से भरत सिंह (Bharat Singh is on top asking question in Vidhansabha) आगे रहे. जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया द्वितीय स्थान पर रहे. वहीं 73 विधायक ऐसे रहे जिन्होंने कोई सवाल नहीं लगाए.

First Phase of Budget Session
सवाल लगाने में राठौड़ अव्वल
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Published : Feb 17, 2022, 3:56 PM IST

Updated : Feb 17, 2022, 5:17 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का पहला चरण First Phase of Budget Session) 9 से 15 फरवरी तक चला. इस दौरान सदन में रीट पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच का मामला छाया रहा. हालांकि विधायकों ने सवाल तो कई विभागों के लगाए लेकिन सवाल लगाने के मामले में भाजपा के राजेंद्र राठौड़ पहले और सतीश पूनिया दूसरे नंबर (Poonia in question hour in budget session) पर रहे. कांग्रेस में सवाल लगाने के मामले में विधायक भरत सिंह अव्वल रहे लेकिन 73 विधायक सदन में मौनी बाबा बने रहे.

200 विधायकों में राठौड़ नंबर वन...ये हैं टॉप 10 विधायक
बजट सत्र के पहले चरण में सवाल लगाने के मामले में 200 विधायकों में से नंबर वन पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ रहे, जिन्होंने 93 सवाल लगाए. इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और आमेर से विधायक डॉ. सतीश पूनिया रहे, जिन्होंने 89 सवाल लगाए. इसी तरह विधायक सुभाष पूनिया, विधायक संतोष और फूल सिंह मीणा 85 सवाल लगाकर तीसरे स्थान पर रहे. कांग्रेस विधायक भरत सिंह और भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने 82, जगसीराम ने 81, शंकर सिंह रावत ने 74 नारायण सिंह देवल ने 72 सवाल लगाए.

सतीश पूनिया की मीडिया से बातचीत

विधायक अमृतलाल और वासुदेव देवनानी ने 70, कालीचरण सराफ, अविनाश गहलोत और जोराराम कुमावत ने 68 प्रश्न लगाए, वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने 67 सवाल ही लगाए, वहीं बात की जाए भाजपा प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता और चौमू विधायक रामलाल कि उन्होंने सिर्फ 51 सवाल ही लगाए। इस बार विपक्ष के अधिकतर विधायकों ने रीट परीक्षा से जुड़े सवाल पूछे.

पढ़ें. परीक्षा से जुड़े शिक्षक-कर्मचारी नहीं जा सकेंगे हड़ताल पर, गहलोत सरकार ने लगाई रेस्मा

सत्र में लगे 3576 सवाल, आधे से अधिक सवाल 32 विधायकों के
सदन में प्रदेश सरकार को घेरने के लिए और जनता की समस्याओं को उठाने के लिए विपक्ष के विधायक काफी एक्टिव नजर आए. हालांकि सत्ता पक्ष से भी भरत सिंह, पानाचंद मेघवाल और दिव्या मदेरणा सहित कुछ विधायकों ने कई सवाल लगाए. इस सत्र में कुल 3576 सवाल लगाए गए, जिसमें से 2067 यानी 58% सवाल तो केवल 32 विधायकों ने ही उठाए. हालांकि सरकार में 30 मंत्री और सलाहकार आदि मिलाकर करीब 40 विधायक ऐसे हैं जो सवाल नहीं पूछते.

73 विधायक रहे 'मौनी बाबा', नहीं पूछे एक भी सवाल
राजस्थान विधानसभा में करीब 73 विधायक ऐसे रहे जो 'मौनी बाबा' की भूमिका में नजर आए. मतलब इन विधायकों ने सदन में एक भी सवाल नहीं पूछा जबकि विधानसभा स्तर पर यदि बात की जाए तो यह प्रदेश के डेढ़ करोड़ से अधिक आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं.

पढ़ें. PFI Rally in Kota : रैली को अनुमति देने के मामले में भड़की भाजपा, पूनिया ने गहलोत सरकार पर लगाया आरोप

सवालों के जवाब में सरकार करती है लीपापोती, आमेर के लिए बजट में दिए हैं सुझाव: पूनिया
सदन में लगाए गए सवालों के जवाब के बारे में जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक सतीश पूनिया से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रश्न तो खूब लगाए जाते हैं लेकिन मौजूदा सरकार के 3 साल के कार्यकाल में अलग-अलग सत्रों में लगाए गए सवालों का सरकार ने जो जवाब दिया है वो केवल लीपापोती ही है। पूनिया ने 23 फरवरी को पेश होने वाले राज्य के बजट में अपने विधानसभा क्षेत्र आमेर के लिए भी कुछ मांग मुख्यमंत्री से की है.

इस संबंध में उन्होंने एक पत्र भी मुख्यमंत्री को लिखा है, जिसमें उन्होंने आमेर को इसरदा और बीसलपुर परियोजना से जोड़ने, सुसज्जित ट्रॉमा सेंटर खोलने और महाविद्यालय खोलने सहित सड़क पानी और स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ मांग अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए की है. पूनिया ने कहा कि पत्र तो मुख्यमंत्री को लिखा है लेकिन बिना किसी उम्मीद से क्योंकि सीएम ने कहा था कि बजट में जो चाहो मांग लो अंतिम अवसर है, इसलिए उनके लकी ड्रॉ में हमने भी पत्र भेजकर हिस्सा ले लिया.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का पहला चरण First Phase of Budget Session) 9 से 15 फरवरी तक चला. इस दौरान सदन में रीट पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच का मामला छाया रहा. हालांकि विधायकों ने सवाल तो कई विभागों के लगाए लेकिन सवाल लगाने के मामले में भाजपा के राजेंद्र राठौड़ पहले और सतीश पूनिया दूसरे नंबर (Poonia in question hour in budget session) पर रहे. कांग्रेस में सवाल लगाने के मामले में विधायक भरत सिंह अव्वल रहे लेकिन 73 विधायक सदन में मौनी बाबा बने रहे.

200 विधायकों में राठौड़ नंबर वन...ये हैं टॉप 10 विधायक
बजट सत्र के पहले चरण में सवाल लगाने के मामले में 200 विधायकों में से नंबर वन पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ रहे, जिन्होंने 93 सवाल लगाए. इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और आमेर से विधायक डॉ. सतीश पूनिया रहे, जिन्होंने 89 सवाल लगाए. इसी तरह विधायक सुभाष पूनिया, विधायक संतोष और फूल सिंह मीणा 85 सवाल लगाकर तीसरे स्थान पर रहे. कांग्रेस विधायक भरत सिंह और भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने 82, जगसीराम ने 81, शंकर सिंह रावत ने 74 नारायण सिंह देवल ने 72 सवाल लगाए.

सतीश पूनिया की मीडिया से बातचीत

विधायक अमृतलाल और वासुदेव देवनानी ने 70, कालीचरण सराफ, अविनाश गहलोत और जोराराम कुमावत ने 68 प्रश्न लगाए, वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने 67 सवाल ही लगाए, वहीं बात की जाए भाजपा प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता और चौमू विधायक रामलाल कि उन्होंने सिर्फ 51 सवाल ही लगाए। इस बार विपक्ष के अधिकतर विधायकों ने रीट परीक्षा से जुड़े सवाल पूछे.

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सत्र में लगे 3576 सवाल, आधे से अधिक सवाल 32 विधायकों के
सदन में प्रदेश सरकार को घेरने के लिए और जनता की समस्याओं को उठाने के लिए विपक्ष के विधायक काफी एक्टिव नजर आए. हालांकि सत्ता पक्ष से भी भरत सिंह, पानाचंद मेघवाल और दिव्या मदेरणा सहित कुछ विधायकों ने कई सवाल लगाए. इस सत्र में कुल 3576 सवाल लगाए गए, जिसमें से 2067 यानी 58% सवाल तो केवल 32 विधायकों ने ही उठाए. हालांकि सरकार में 30 मंत्री और सलाहकार आदि मिलाकर करीब 40 विधायक ऐसे हैं जो सवाल नहीं पूछते.

73 विधायक रहे 'मौनी बाबा', नहीं पूछे एक भी सवाल
राजस्थान विधानसभा में करीब 73 विधायक ऐसे रहे जो 'मौनी बाबा' की भूमिका में नजर आए. मतलब इन विधायकों ने सदन में एक भी सवाल नहीं पूछा जबकि विधानसभा स्तर पर यदि बात की जाए तो यह प्रदेश के डेढ़ करोड़ से अधिक आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं.

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सवालों के जवाब में सरकार करती है लीपापोती, आमेर के लिए बजट में दिए हैं सुझाव: पूनिया
सदन में लगाए गए सवालों के जवाब के बारे में जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक सतीश पूनिया से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रश्न तो खूब लगाए जाते हैं लेकिन मौजूदा सरकार के 3 साल के कार्यकाल में अलग-अलग सत्रों में लगाए गए सवालों का सरकार ने जो जवाब दिया है वो केवल लीपापोती ही है। पूनिया ने 23 फरवरी को पेश होने वाले राज्य के बजट में अपने विधानसभा क्षेत्र आमेर के लिए भी कुछ मांग मुख्यमंत्री से की है.

इस संबंध में उन्होंने एक पत्र भी मुख्यमंत्री को लिखा है, जिसमें उन्होंने आमेर को इसरदा और बीसलपुर परियोजना से जोड़ने, सुसज्जित ट्रॉमा सेंटर खोलने और महाविद्यालय खोलने सहित सड़क पानी और स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ मांग अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए की है. पूनिया ने कहा कि पत्र तो मुख्यमंत्री को लिखा है लेकिन बिना किसी उम्मीद से क्योंकि सीएम ने कहा था कि बजट में जो चाहो मांग लो अंतिम अवसर है, इसलिए उनके लकी ड्रॉ में हमने भी पत्र भेजकर हिस्सा ले लिया.

Last Updated : Feb 17, 2022, 5:17 PM IST
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