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अब रेवेन्यू बोर्ड के अन्य सदस्यों पर नकेल कसेगी ACB, एक सदस्य और वकील को किया FIR में नामजद - अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य पर FIR

अजमेर रेवेन्यू बोर्ड में चल रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद एसीबी की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य मनोज नाग और साथ ही सरकारी वकील पूनम माथुर का नाम भी नामजद किया गया है. इस पूरे प्रकरण में एसीबी की जांच लगातार जारी है, जिसमें कई नए खुलासे होने की संभावना है.

रेवेन्यू बोर्ड के अन्य सदस्यों पर नकेल कसेगी एसीबी, ACB to crack down on other members of Revenue Board
अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य पर एफआईआर
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Published : Apr 14, 2021, 10:37 AM IST

जयपुर. अजमेर रेवेन्यू बोर्ड में चल रहे भ्रष्टाचार के खेल को उजागर करने के बाद अब राजस्थान एसीबी रेवेन्यू बोर्ड के अन्य सदस्यों और कर्मचारियों पर नकेल कसने की तैयारी कर रही है. एसीबी की ओर से कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किए गए दलाल वकील शशिकांत से रिश्वत को लेकर फोन पर बात करने वाले अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के एक अन्य सदस्य मनोज नाग का नाम सामने आया है.

अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य पर एफआईआर

जिसके बाद एसीबी की ओर से एफआईआर में अब रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य मनोज नाग का नाम भी नामजद किया गया है. इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण में एक सरकारी वकील का नाम भी नामजद किया गया है.

अजमेर रेवेन्यू बोर्ड में चल रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद एसीबी की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य मनोज नाग और साथ ही सरकारी वकील पूनम माथुर का नाम भी नामजद किया गया है. इस संबंध में एसीबी द्वारा 120/2021 संख्या की एफआईआर दर्ज की गई है और साथ ही इस पूरे मामले की जांच एसपी सीपी शर्मा को सौंपी गई है.

एफआईआर में नामजद की गई सरकारी वकील पूनम माथुर प्रकरण में गिरफ्तार किए गए आरएएस अधिकारी सुनील शर्मा को फोन कर चेयरमैन को मैनेज करने की बात कहती थी. फिलहाल इस पूरे प्रकरण में एसीबी की जांच लगातार जारी है, जिसमें कई नए खुलासे होने की संभावना है.

पढ़ें- FB पर ब्लैकमेलिंग से परेशान IAS की तैयारी कर रहे बेंगलुरु के युवक ने की आत्महत्या

वहीं इस पूरे प्रकरण में गिरफ्तार किए गए दोनों आरएएस अधिकारी बीएल मेहरड़ा और सुनील शर्मा और दलाल शशिकांत को मंगलवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया. जहां से तीनों को 16 अप्रैल तक जेल भेज दिया गया. बीएल मेहरड़ा को लिवर सिरोसिस और सुनील शर्मा को ब्रेन हेमरेज की बीमारी है, जिसके चलते मजिस्ट्रेट ने दोनों आरोपियों को नियमानुसार जेल में इलाज की सुविधा मुहैया कराने के लिए कहा है.

जयपुर. अजमेर रेवेन्यू बोर्ड में चल रहे भ्रष्टाचार के खेल को उजागर करने के बाद अब राजस्थान एसीबी रेवेन्यू बोर्ड के अन्य सदस्यों और कर्मचारियों पर नकेल कसने की तैयारी कर रही है. एसीबी की ओर से कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किए गए दलाल वकील शशिकांत से रिश्वत को लेकर फोन पर बात करने वाले अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के एक अन्य सदस्य मनोज नाग का नाम सामने आया है.

अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य पर एफआईआर

जिसके बाद एसीबी की ओर से एफआईआर में अब रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य मनोज नाग का नाम भी नामजद किया गया है. इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण में एक सरकारी वकील का नाम भी नामजद किया गया है.

अजमेर रेवेन्यू बोर्ड में चल रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद एसीबी की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में अजमेर रेवेन्यू बोर्ड के सदस्य मनोज नाग और साथ ही सरकारी वकील पूनम माथुर का नाम भी नामजद किया गया है. इस संबंध में एसीबी द्वारा 120/2021 संख्या की एफआईआर दर्ज की गई है और साथ ही इस पूरे मामले की जांच एसपी सीपी शर्मा को सौंपी गई है.

एफआईआर में नामजद की गई सरकारी वकील पूनम माथुर प्रकरण में गिरफ्तार किए गए आरएएस अधिकारी सुनील शर्मा को फोन कर चेयरमैन को मैनेज करने की बात कहती थी. फिलहाल इस पूरे प्रकरण में एसीबी की जांच लगातार जारी है, जिसमें कई नए खुलासे होने की संभावना है.

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वहीं इस पूरे प्रकरण में गिरफ्तार किए गए दोनों आरएएस अधिकारी बीएल मेहरड़ा और सुनील शर्मा और दलाल शशिकांत को मंगलवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया. जहां से तीनों को 16 अप्रैल तक जेल भेज दिया गया. बीएल मेहरड़ा को लिवर सिरोसिस और सुनील शर्मा को ब्रेन हेमरेज की बीमारी है, जिसके चलते मजिस्ट्रेट ने दोनों आरोपियों को नियमानुसार जेल में इलाज की सुविधा मुहैया कराने के लिए कहा है.

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