जयपुर. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यदि कोई किसान फर्जी घोषणा पत्र के आधार पर पंजीयन कराएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि पटवारियों की हड़ताल समाप्त होने पर या राजफैड/क्रय केन्द्र द्वारा मांगे जाने पर मूल गिरदावरी किसान को प्रस्तुत करनी होगी. उन्होंने बताया कि यह अस्थाई व्यवस्था पटवारियों की हड़ताल की अवधि तक ही मान्य होगी. पटवारियों की हड़ताल समाप्त होने अथवा राज्य सरकार के अन्य कोई व्यवस्था लागू करने की स्थिति में स्वघोषणा/शपथ पत्र व्यवस्था निष्प्रभावी होगी.
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सहकारिता मंत्री ने बताया कि राज्य में सरसों एवं चने की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए 25 मार्च से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है. 1 अप्रेल यानी आज से सरसों के 651 और चने के 651 केन्द्रों पर खरीद प्रारंभ की गई है. किसानों से समर्थन मूल्य पर चना की 6 लाख 14 हजार 900 मीट्रिक टन और सरसों की 12 लाख 22 हजार 775 मीट्रिक टन की खरीद की जाएगी. किसानों की सुविधा के लिए सरसों व चने क्रय-विक्रय सहकारी समितियों पर 264-264 केन्द्र तथा ग्राम सेवा सहकारी समितियों पर 387-387 खरीद केन्द्र खोले गए हैं. प्रति किसान से अधिकतम 25 क्विंटल की खरीद की जाएगी.
सहकारिता मंत्री ने बताया कि एक मोबाइल नम्बर पर एक ही किसान का पंजीयन किया जाएगा और पंजीयन का कार्य प्रातः 9 बजे से सायं 7 बजे तक होगा. उन्होंने बताया कि किसान की कृषि भूमि जिस तहसील में होगी उसी तहसील के कार्यक्षेत्र में आने वाले खरीद केन्द्र का चयन रजिस्ट्रेशन के दौरान कर सकेगा. उन्होंने बताया कि किसान को उसकी पंजीकरण दिनांक के आधार पर सॉफ्टवेयर द्वारा वरीयता के अनुसार तुलाई हेतु दिनांक और जींस की मात्रा का आवंटन किया जाएगा तथा इसकी सूचना किसान के पंजीकृत मोबाइल पर एसएमएस द्वारा दी जाएगी.