वाराणसी/जयपुर: अंधरापुल स्थित एक होटल में पत्रकारों से रूबरू हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि आज आम आदमी महंगाई से परेशान है. किसानों की आय दोगुनी हुई नहीं, बल्कि उनका दर्द 100 गुना बढ़ गया. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए 80-20, मंदिर-मस्जिद की बात कर रही है. धरातल पर कुछ नहीं हुआ है. किसान दर्द भूलेंगे नहीं. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) में वो जवाब देंगे. सहयोगी दलों के साथ मिलकर 2024 में कांग्रेस केंद्र में भी सरकार बनाएगी.
सचिन पायलट ने कहा कि यूपी और केंद्र में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार हैं. जिन वादों की बदौलत बीजेपी सत्ता में आई थी, उन्हें पार्टी के नेता भूल चुके हैं. पिछले पांच सालों में उत्तर प्रदेश की हालात के लिए बीजेपी उत्तरदायी है. सरकार ने उप चुनाव हारने के बाद, किसानों के दबाव में कृषि कानून वापस लिये थे. किसानों के साथ जो बर्बरता हुई, उसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. हम किसानों के अधिकारों को लेकर एक दस्तावेज जारी कर रहे हैं. किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई. उनका दर्द 100 गुना बढ़ गया है.
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आज तक सरकार ने कितने किसानों को भुगतान किया है, इसका सरकार के पास कोई आंकड़ा नहीं है. किसानों की आय सीमित हो गई है और उन पर कर्ज प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. सरकार ने नोटबंदी को लागू किया और नोटबंदी ने काले धन को बढ़ावा दिया. गरीब तबका इस चक्की में पिस गया. सरकार अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रही है.
चुनाव के बाद यह पिछले दरवाजे से कृषि कानून को लेकर आएंगे. जब इनसे कुछ नहीं होगा, तो यह 80-20, मंदिर - मस्जिद की बात करेंगे. धरातल पर कोई काम नहीं हुआ है. सपा-बसपा जमीन पर कभी नहीं दिखीं, लेकिन कांग्रेस ने नैतिक व राजनीतिक रूप से हमेशा अपनी जिम्मेदारी निभाई है. कांग्रेस बेहतर विकल्प के रूप में उभरकर सामने आई है.
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स्वामी प्रसाद मौर्या के सपा में जाने को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव में सब आते जाते रहते हैं. वहीं तौकीर रजा को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव के समय में कानून के दायरे में रहकर जो लोग बीजेपी का विरोध करते हैं, हम सबको साथ लेकर चल रहे हैं. मुझे नहीं लगता है कि इसमें मजहब देखना चाहिए.
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