जयपुर. राजस्थान में पहली बार पेश किए गए अलग कृषि बजट में भी किसानों की ऋणमुक्ति और पूरे दाम की मांग अधूरी ही रही है. ऐसे में किसान महापंचायत के बैनर तले बुधवार को किसानों ने 22 गोदाम पुलिया के पास प्रदर्शन (Farmers protest in Jaipur) किया और सांकेतिक धरना दिया. उनकी मांग है कि पूरक बजट घोषणाओं में उनकी यह मांगें पूरी की जाए.
किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया कि इस बार अलग कृषि बजट के बावजूद किसानों की ऋण मुक्ति और फसल के पूरे दाम की मांग अधूरी है. किसानों की ऋण मुक्ति का वादा प्रदेश की गहलोत सरकार ने किया था. जो अभी पूरा नहीं हुआ है. इसके अलावा वन क्षेत्र की जमीन और जमीन अधिग्रहण को लेकर भी विरोधाभास है.
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इसलिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून, किसानों की कर्ज माफी के साथ ही मंडियों में नीलामी बोली एमएसपी से शुरू करने, खरीद प्रणाली को ईमानदार और पारदर्शी बनाने, उचित औसत गुणवत्ता के लिए न्यायसंगत प्रणाली बनाने की मांग की है. इसी प्रकार गेंहू की खरीद के लिए विकेन्द्रीकृत खरीद प्रणाली में राजस्थान को शामिल करने, हर पंचायत में आधुनिक गोदाम बनाने, खेती की लागत कम करने के प्रयास करने सहित 18 सूत्रीय मांगों को लेकर किसानों ने सांकेतिक प्रदर्शन किया है.
रामपाल जाट ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर सड़क पर है. यदि सरकार ने समय रहते उनकी मांगों पर गौर किया होता तो आज ऐसा नहीं होता. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अभी भी सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो आंदोलन तेज किया जाएगा.