जयपुर. ग्रेटर नगर निगम के झोटवाड़ा जोन में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाने के मामले सामने आए हैं. बीते 2 महीनों में तकरीबन 150 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनने की पुष्टि होने पर झोटवाड़ा जोन उपायुक्त जगत राजेश्वर ने पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है.
राजधानी में जन्म प्रमाण पत्र बनाने का काम नगर निगम प्रशासन के पास है. ये काम मुख्यालयों के अलावा जोन कार्यालय पर भी किया जाता है. हाल ही में झोटवाड़ा जोन कार्यालय पर एक व्यक्ति किसी काम के लिए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र लेकर पहुंचा. जिसका डाटा जोन कार्यालय पर प्राप्त नहीं हो पाया. मामले की जांच की तो सामने आया कि एक नहीं दो नहीं, तकरीबन 150 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बीते 2 महीने में बनाए गए हैं, जिसका रिकॉर्ड निगम के पास उपलब्ध नहीं है. इस संबंध में जोन उपायुक्त जगत राजेश्वर ने बताया कि इसे तकनीकी चूक कहा जा सकता है. जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाली फर्म ओसवाल डाटा का पासवर्ड चोरी कर 150 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बना लिए गए, जिनकी हार्ड कॉपी निगम के पास उपलब्ध भी नहीं है.
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इस संबंध में झोटवाड़ा थाना में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान आईपीएड्रेस के माध्यम से ये पता लगाया जा सकता है कि किस कंप्यूटर से यह फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का काम किया गया है. संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, प्रशासनिक स्तर पर भी संबंधित कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसी फरवरी में 117, जबकि जनवरी में 33 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए हैं. बहरहाल, अब पुलिस इन्वेस्टिगेशन में ही सामने आएगा कि ये फर्जी जन्म प्रमाण पत्र कहां से बनाए गए हैं और इन्हें बनाने के पीछे क्या मकसद है.