जयपुर. राजधानी के बिड़ला ऑडिटोरियम में शेखावटी विकास परिषद की ओर से बुधवार को फाग महोत्सव का आयोजन किया गया. फाग महोत्सव के तहत फाल्गुन की मस्ती और रंगो के त्योहार होली के अवसर पर शेखावटी के ढप-चंग, गीदड़, धमाल और लोकनृत्य के रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए.
फाग महोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने शिरकत की. जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, पूर्व भाजपा विधायक मोहनलाल गुप्ता सहित कई जनप्रतिनिधि फाग महोत्सव में शामिल हुए. फाग महोत्सव कार्यक्रम में लोक कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियां पेश कर सभी का मन मोह लिया. लोक कलाकारों ने अपनी विभिन्न प्रस्तुतियों से राजस्थानी संस्कृति की छटा बिखेरी.
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ऊर्जा और कला एवं संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला ने कहा, कि हमारी संस्कृति लुप्त हो रही है. इस संस्कृति को बचाना बहुत जरूरी है. यह संस्कृति जीवित रहेगी तभी हम भी जिंदा रहेंगे. उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा को केंद्र सरकार मान्यता नहीं दे रही है. राजस्थान की विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया था कि राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित किया जाए, लेकिन वह प्रस्ताव आज भी ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है.
कल्ला ने कहा, कि सभी प्रधानमंत्री को पत्र लिखें ताकि राजस्थानी भाषा को भी सम्मान मिल सके. उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलनी चाहिए और इसके लिए पक्ष और विपक्ष को एक साथ होकर प्रयास करना चाहिए. मंत्री बीडी कल्ला ने बताया कि हम जो अपने त्योहार मनाते हैं, यह हमारी संस्कृति का अंग है और त्योहारों के माध्यम से कई संस्थाओं ने लोक कलाओं को जिंदा रखा हुआ है.
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मंत्री कल्ला ने कहा कि आज इस फाग उत्सव में आकर शेखावाटी की शुद्ध संस्कृति देखने को मिली. इस तरह के आयोजनों से हमारी संस्कृति जिंदा है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम होते रहेंगे तो हमारी संस्कृति भी बरसों तक जिंदा रहेगी.