जयपुर. राजधानी के जेएलएन मार्ग पर एक निजी होटल में पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से आर्किटेक्चर कॉन्क्लेव 2022 (Architecture Conclave 2022) का आयोजन किया गया. आर्किटेक्चर कॉन्क्लेव में दिल्ली, जयपुर समेत कई जगहों के आर्किटेक्चर ने भाग लिया. सभी विरासत भवनों और संस्कृति की पहचान को संरक्षित करने (Experts united to save Jaipur heritage) के लिए मंथन किया गया.
जयपुर को गुलाबी नगरी के नाम से जानते हैं. वास्तुकला के माहिरों ने गुलाबी नगरी के कई ऐतिहासिक स्थल को सहेजने और समृद्ध करने पर गहन विचार विमर्श किया. जयपुर का परकोटा गुलाबी रंग से रंगा हुआ है. वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल जयपुर शहर को संरक्षित करने और यहां की संस्कृति के बारे में विशेषज्ञों से चर्चा की गई. ताकि हेरिटेज और संस्कृति की पहचान बरकरार रहे.
इस दौरान आर्किटेक्ट और डिजाइनरों ने बताया कि जयपुर शहर विश्व प्रसिद्ध है, यहां के किले महल और ऐतिहासिक स्थल पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र रहते हैं. ऐसे में यहां की संस्कृति और हेरिटेज को संरक्षित करने पर विचार विमर्श किया गया है.
आर्किटेक्चर और पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स के चेयरपर्सन आनंद शर्मा ने बताया कि इस कॉन्क्लेव के जरिए जयपुर में अर्बन आईडेंटेटीव मूवमेंट की शुरुआत करना चाहते हैं. जैसे जो सार्वजनिक स्थान है वहां पर मोबाइल एलिमेंट्स लगा सकें. एलिमेंट्स को दर्शा सकें जो जयपुर के स्थापत्य शिल्प और हेरिटेज को रिप्रेजेंट करते हैं. यह काम जयपुर के आर्किटेक्ट करेंगे. सरकार से भी रिक्वेस्ट की गई है कि आर्किटेक्ट्स को एक जगह उपलब्ध करवाई जाए. ताकि इस तरह का कार्य शुरू किया जा सके.