ETV Bharat / city

Survey On Budget 2022: मोदी सरकार के आम बजट से महिलाओं को खासी उम्मीद, महिला वित्त मंत्री रखेंगी ध्यान

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट (Union Budget 2022) पेश करेंगी. बजट को लेकर हर वर्ग के लोगों को खासी उम्मीद (expectations from budget 2022) है. ऐसे में ईटीवी भारत ने राजस्थान के उदयपुर में मोदी सरकार के इस बजट से महिलाएं क्या चाहती हैं इसे लेकर उनकी राय जानी.

Union Budget 2022
Union Budget 2022
author img

By

Published : Jan 31, 2022, 7:32 PM IST

उदयपुर. केंद्र की मोदी सरकार का आम बजट कल लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. इस बजट को लेकर हर वर्ग के लोगों को खासी उम्मीद है. क्योंकि कोरोना संक्रमण काल की वजह से जो परिस्थितियां उत्पन्न हुई ऐसे में हर सेक्टर को भारी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है. ऐसे में सरकार इस बजट से खांसी आशा और अपेक्षा टिकी हुई है. क्योंकि कोरोना संक्रमण के दूसरी और तीसरी लहर के मद्देनजर यह आम बजट आ रहा है. उदयपुर की महिलाएं इस बार मोदी सरकार के इस बजट से क्या उम्मीद रखती हैं इस बारे में उन्होंने अपनी राय दी.

महिलाओं को सशक्त करने के लिए योजनाएं बनाई जाए

महिलाओं का कहना है कि केंद्र सरकार को इस बजट में विशेष छूट देनी चाहिए. जैसे कि सिलेंडर के दरों को कम करना चाहिए. वहीं पेट्रोल-डीजल के दाम को भी और कम करें जिससे किचन के खर्चों का बोझ कम हो. लगातार बजट में आम महिला के सशक्तिकरण की बातें सामने आती हैं, लेकिन योजनाएं धरातल आते-आते दम तोड़ती नजर आ रही है. इसलिए महिलाओं को सशक्त करने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाएं. उन्होंने कहा कि उदयपुर के आदिवासी बाहुल्य इलाके में महिलाओं की स्थिति अभी भी सुधर नहीं रही. ऐसे में छोटी-छोटी बच्चियों को स्कूल जाने और उन्हें प्रोत्साहन के लिए विशेष तरह की योजनाएं तैयार करनी चाहिए.

मोदी सरकार के आम बजट से महिलाओं को खासी उम्मीद

यह भी पढ़ें- budget session : राष्ट्रपति ने कहा- भारत जिम्मेदार वैश्विक आवाज बना, पूर्वोत्तर की प्रगति 'स्वर्णिम अध्याय'

लोन और स्टूडेंट शुल्क को घटाया जाए

महिलाओं ने बताया कि कोरोना में ऑफिस का कार्य घर पर ही किया जा रहा है. लेकिन वर्तमान में टेलीकॉम कंपनियों की रेट जिस तरह से लगातार बढ़ रही है, इससे बजट भी बिगड़ रहा है. ऐसे में टेलीकॉम सेक्टर में विशेष नियम बनाकर शुल्क का निर्धारण करना चाहिए. वहीं दूसरी तरफ जीएसटी की दरों मैं विशेष रियायत और देनी चाहिए. क्योंकि कोरोना के कारण आर्थिक स्थितियों पर खासा प्रभाव पड़ा है. बैंक की ओर दिए जाने वाले लोन और स्टूडेंट शुल्क को घटाना चाहिए, जिससे कोचिंग करने वाले छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में बाधा ना आए.

यह भी पढ़ें- eco survey social expenditure : सामाजिक क्षेत्र पर ₹ 71.61 लाख करोड़ का खर्च, शिक्षा की निरंतरता चुनौती

महिलाओं ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी एक महिला है. ऐसे में उन्हें किचन के बजट और उसके खर्चों के बारे में भी वे भली-भांति जानती है. इसलिए महिलाओं को ध्यान में रखते बजट पेश करेंगी. देखना होगा कि निर्मला सीतारमण के पिटारे से इस बार क्या कुछ खास रहता है.

उदयपुर. केंद्र की मोदी सरकार का आम बजट कल लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. इस बजट को लेकर हर वर्ग के लोगों को खासी उम्मीद है. क्योंकि कोरोना संक्रमण काल की वजह से जो परिस्थितियां उत्पन्न हुई ऐसे में हर सेक्टर को भारी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है. ऐसे में सरकार इस बजट से खांसी आशा और अपेक्षा टिकी हुई है. क्योंकि कोरोना संक्रमण के दूसरी और तीसरी लहर के मद्देनजर यह आम बजट आ रहा है. उदयपुर की महिलाएं इस बार मोदी सरकार के इस बजट से क्या उम्मीद रखती हैं इस बारे में उन्होंने अपनी राय दी.

महिलाओं को सशक्त करने के लिए योजनाएं बनाई जाए

महिलाओं का कहना है कि केंद्र सरकार को इस बजट में विशेष छूट देनी चाहिए. जैसे कि सिलेंडर के दरों को कम करना चाहिए. वहीं पेट्रोल-डीजल के दाम को भी और कम करें जिससे किचन के खर्चों का बोझ कम हो. लगातार बजट में आम महिला के सशक्तिकरण की बातें सामने आती हैं, लेकिन योजनाएं धरातल आते-आते दम तोड़ती नजर आ रही है. इसलिए महिलाओं को सशक्त करने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाएं. उन्होंने कहा कि उदयपुर के आदिवासी बाहुल्य इलाके में महिलाओं की स्थिति अभी भी सुधर नहीं रही. ऐसे में छोटी-छोटी बच्चियों को स्कूल जाने और उन्हें प्रोत्साहन के लिए विशेष तरह की योजनाएं तैयार करनी चाहिए.

मोदी सरकार के आम बजट से महिलाओं को खासी उम्मीद

यह भी पढ़ें- budget session : राष्ट्रपति ने कहा- भारत जिम्मेदार वैश्विक आवाज बना, पूर्वोत्तर की प्रगति 'स्वर्णिम अध्याय'

लोन और स्टूडेंट शुल्क को घटाया जाए

महिलाओं ने बताया कि कोरोना में ऑफिस का कार्य घर पर ही किया जा रहा है. लेकिन वर्तमान में टेलीकॉम कंपनियों की रेट जिस तरह से लगातार बढ़ रही है, इससे बजट भी बिगड़ रहा है. ऐसे में टेलीकॉम सेक्टर में विशेष नियम बनाकर शुल्क का निर्धारण करना चाहिए. वहीं दूसरी तरफ जीएसटी की दरों मैं विशेष रियायत और देनी चाहिए. क्योंकि कोरोना के कारण आर्थिक स्थितियों पर खासा प्रभाव पड़ा है. बैंक की ओर दिए जाने वाले लोन और स्टूडेंट शुल्क को घटाना चाहिए, जिससे कोचिंग करने वाले छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में बाधा ना आए.

यह भी पढ़ें- eco survey social expenditure : सामाजिक क्षेत्र पर ₹ 71.61 लाख करोड़ का खर्च, शिक्षा की निरंतरता चुनौती

महिलाओं ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी एक महिला है. ऐसे में उन्हें किचन के बजट और उसके खर्चों के बारे में भी वे भली-भांति जानती है. इसलिए महिलाओं को ध्यान में रखते बजट पेश करेंगी. देखना होगा कि निर्मला सीतारमण के पिटारे से इस बार क्या कुछ खास रहता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.