जयपुर. नगर निगम में समितियों को लेकर चल रहे विवाद के बीच 5 अप्रैल को कार्यकारिणी समिति की बैठक बुलाई गई है. आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह देव ने खुद के मीटिंग सूचना जारी की है. राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 58 के अंतर्गत ये विशेष बैठक बुलाई गई है, जो महापौर की अध्यक्षता में आयोजित होगी. वहीं इस बैठक में रोड लाइट की व्यवस्थाओं के साथ ही ठेकेदारों की हड़ताल से विकास कार्य अवरुद्ध होने और बोर्ड के निर्णय की पालना पर चर्चा की जाएगी.
बता दें कि बीते 31 मार्च को ग्रेटर नगर निगम आयुक्त कार्यालय से एक आदेश निकला, जिसमें 17 समितियों के 21 चेयरमैन की कार्य संचालन के लिए सचिवों को निर्देश दिए गए कि अपने अधीनस्थ स्टाफ से ही काम ले. इससे पहले 30 मार्च को आयुक्त ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर 10 समितियों की शक्तियां, कर्तव्य और काम को लेकर मार्गदर्शन मांगा था. वहीं अब आयुक्त के हस्ताक्षर के साथ ग्रेटर नगर निगम की कार्यकारिणी समिति की बैठक की सूचना प्रसारित हुई है. इस मीटिंग की सूचना के अनुसार 5 अप्रैल को मेयर की अध्यक्षता में ये बैठक आयोजित होगी.
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बैठक में प्रमुख रूप से 3 प्रस्ताव रखे गए हैं-
- नगर निगम ग्रेटर जयपुर क्षेत्र के विकास कार्यों, रोड लाइट की व्यवस्थाओं पर चर्चा और विचार-विमर्श बाबत
- नगर निगम ग्रेटर के ठेकेदारों/संविदादाता फर्मों द्वारा कार्य नहीं करने से जयपुर के विकास कार्य अवरुद्ध होने के विषय पर चर्चा और विचार विमर्श बाबत
- नगर निगम ग्रेटर बोर्ड के निर्णय की पालना सुनिश्चित करने पर चर्चा और विचार-विमर्श बाबत
हालांकि इस बैठक की सूचना के बाद अब बड़ा सवाल ये है कि जब आयुक्त 10 समितियों के काम को लेकर असमंजस की स्थिति में है, तो कार्यकारिणी समिति की बैठक में इन समितियों के चेयरमैन कैसे हिस्सा ले सकते हैं.