जयपुर. राजधानी जयपुर में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. जयपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब माफिया बेखौफ होकर नशे का कारोबार कर रहे हैं. राजधानी जयपुर के आमेर, जमवारामगढ़, बस्सी समेत अनेक ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब की भट्ठियां संचालित हो रही हैं. ये अवैध शराब सस्ते दामों पर बेची जा रही है.
भरतपुर में जहरीली शराब से लोगों की मौत होने के बाद जयपुर में भी अवैध देशी शराब के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. आबकारी विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन के सहयोग से अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई के लिए अभियान चलाया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर अवैध हथकढ़ शराब बनाने का कारोबार चल रहा है. शराब माफिया भट्टी लगाकर रात को अवैध शराब की सप्लाई करते हैं. ज्यादातर सूने और जंगल एरिया में अवैध शराब की भट्टियां संचालित हो रही हैं. आमेर के भी कई गांवों में अवैध हथकढ़ शराब बनाने का कारोबार चल रहा है.
वहीं जमवारामगढ़ और बस्सी इलाके में भी कई गांवों में अवैध शराब की भट्टियां संचालित की जा रही हैं. आबकारी विभाग की टीम ने जमवारामगढ़ इलाके में 15 भट्टियां और 16000 लीटर वॉश नष्ट किया है. आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. आबकारी विभाग की टीम ने मौके से शराब बनाने के उपकरण भी जब्त किए हैं.
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चौमूं इलाके में भी आबकारी विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 12 लीटर हथकढ़ शराब बरामद की है. अवैध शराब बनाने के मामले में आबकारी टीम ने एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है. चौमूं इलाके में करीब 700 लीटर वाश नष्ट किया गया है. वहीं अवैध शराब बनाने की भट्टियों को भी नष्ट किया गया है.
भरतपुर शराब दुखान्तिका के बाद पूरे प्रदेश में अवैध शराब के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया गया है. मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद आबकारी विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस संयुक्त रूप से अभियान चला रही है.