जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े के तहत सड़क पर बेवजह घूमने वालों पर पुलिस सख्ती कर रही है. पुलिस ऐसे लोगों को पकड़कर तुरंत क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दे रही है जहां पर लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर से छोड़ा जा रहा है. जबकि पॉजिटिव पाए जाने पर 15 दिन के लिए क्वारेंटाइन सेंटर में ही रखा जा रहा है.
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राजधानी जयपुर में पुलिस की ओर से शहर में बेवजह घूमने वाले लोगों को पकड़कर बगराना स्थित क्वारंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है. बगराना स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर की तमाम जिम्मेदारियां जयपुर विकास प्राधिकरण संभाल रहा है और इसके साथ ही क्वॉरेंटाइन सेंटर पर सिविल डिफेंस टीम व पुलिस लाइन से फोर्स भी तैनात की गई है.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में किस तरह से जयपुर पुलिस की ओर से पकड़ कर लाए गए लोगों को रखा जा रहा है और उन्हें किस तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं. इसका जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम बगराना स्थित क्वारंटाइन सेंटर पहुंची. बगराना में बीएसयूपी फ्लैट्स में जेडीए की ओर से क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. बिजली, पानी व साफ सफाई का काम जेडीए और नगर निगम के कर्मचारी मिलकर कर रहे हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर में 24 घंटे की तीन अलग-अलग पालियों में मेडिकल स्टाफ भी तैनात किया गया है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रत्येक ब्लॉक में 16 फ्लैट्स बने हुए हैं. प्रत्येक ब्लॉक के बाहर सुरक्षा में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.
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फ्लैट्स में क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों के रुकने की पूरी व्यवस्था
ईटीवी भारत की टीम ने जब क्वॉरेंटाइन सेंटर का जायजा लिया तो पाया कि सेंटर में साफ-सफाई का और सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखा जा रहा था. प्रत्येक फ्लैट में दो कमरे हैं और हर कमरे में एक-एक व्यक्ति को क्वॉरेंटाइन करके रखा जा रहा है. क्वॉरेंटाइन सेंटर पर सिविल डिफेंस की जो टीम तैनात की गई है वह क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों को गद्दे, चद्दर, तकिया, बाल्टी, साबुन, पीने का पानी, खाना व अन्य सामान मुहैया करा रही है. इसके साथ ही प्रत्येक फ्लैट को दिन में दो बार नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा सैनिटाइज किया जा रहा है.
क्वॉरेंटाइन लोगों ने माना गलती, घर से बेवजह न निकलने का दिया संदेश
ईटीवी भारत की टीम ने जब क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोगों से बातचीत की तो उन्होंने माना कि उनसे गलती हुई है. इसके साथ ही क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि लोग बेवजह घरों से बाहर ना घूमें. कोरोना का संक्रमण बेहद घातक है ऐसे में अपने घर में ही रहें. वहीं कुछ लोगों ने यह भी बताया कि उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में परेशानी भी हो रही है क्योंकि वह लोग अपने साथ मोबाइल चार्जर व अन्य सामान नहीं ला सके. हालांकि क्वॉरेंटाइन सेंटर में खाने-पीने व अन्य सुविधाएं अच्छे से मोहिया करवाई जा रही हैं.
फ्लैट्स से बाहर झांक रहे थे लोग
क्वॉरेंटाइन सेंटर में शहर के अलग-अलग इलाकों से पकड़कर लाए गए लोग फ्लैट्स से बाहर झांकते दिखे. एक दूसरे को देखने के सिवाय और खुद को कोसने की अलावा कुछ नहीं कर पा रहे हैं. क्वॉरेंटाइन किए गए तमाम लोगों की कोरोना जांच प्रशासन की ओर से करवाई गई है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उन लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर से जाने की अनुमति दी जाएगी जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आएगी. वहीं जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त होगी उन्हें 15 दिन के लिए क्वारंटाइन सेंटर में ही रहना होगा और यदि किसी का स्वास्थ्य बिगड़ता है तो उसे आरयूएचएस में भर्ती करवाया जाएगा.
इसके लिए बकायदा क्वॉरेंटाइन सेंटर पर एक एंबुलेंस 24 घंटे तैनात रखी है. क्वॉरेंटाइन सेंटर पर तैनात सिविल डिफेंस टीम के सदस्यों ने बताया कि क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों को बिस्किट, चाय, नाश्ता, खाना, आरो का पानी, बाल्टी, साबुन व अन्य तमाम चीजें मुहैया करवाई जा रही है. वर्तमान में क्वारंटाइन सेंटर में 105 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. वहीं क्वॉरेंटाइन सेंटर पर सिविल डिफेंस की जो टीम तैनात की गई है वह भी सुरक्षा के तमाम मापकों को अपनाकर क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों को सामान उपलब्ध करवा रही है.