जयपुर. राजस्थान में बीते 1 महीने से लगातार सियासी महासंग्राम चल रहा है. इस सियासी घमासान के बीच बीते 1 महीने से सचिन पायलट कैंप के 19 विधायक बगावत कर रहे हैं और अब तक सचिन पायलट सामने नहीं आए हैं. लेकिन सोमवार को अचानक यह खबरें निकल कर आई कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सचिन पायलट से मुलाकात की है. साथ ही सचिन पायलट की ओर से समझौते का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है. इसके बाद फिर से राजस्थान में राजनीतिक घटनाक्रम घूमता हुआ दिखाई दे रहा है कि क्या सचिन पायलट की कांग्रेस में फिर से वापसी हो सकती है.
इस सियासी घमासान के बीच राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने सोमवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए यह साफ कर दिया है कि चाहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद पर हो चाहे मैं पीसीसी अध्यक्ष पद पर सभी कांग्रेस आलाकमान के निर्णय पर ही होता है. अगर कांग्रेस आलाकमान किसी तरीके का कोई फैसला बागी विधायकों को लेकर करता है तो वह सबको मान्य होगा. लेकिन उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि राजस्थान में अब तक उनके पास इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.
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सवालः विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात में क्या बात हुई?
जवाबः 14वीं विधानसभा का यह पांचवां सत्र होने जा रहा है और यह एक सामान्य परंपरा रही है कि जब भी सत्र आहूत होता है तो उसके एक या दो दिन पहले चाय सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी स्पीकर से जाकर मिलते हैं. ऐसे में सोमवार को उन्होंने स्पीकर से मुलाकात की है और कहा कि हम विधानसभा में कोरोना वायरस के संक्रमण, रोजगार, बिजली-पानी, सड़क और राजस्थान में बरसात की कमी और टिड्डी से लेकर किसान परेशान हैं, इन सब मामलों पर चर्चा करना चाहते हैं. ऐसे में हमें स्पीकर ने आश्वस्त किया है कि जो बिजनेस एडवाइजरी कमेटी तय करेगी और उस पर अच्छे तरीके से चर्चा कर विधानसभा चलाई जाएगी.
सवालः क्या विधायक दल की बैठक में 19 बागी विधायकों पर कार्रवाई की मांग की गई?
जवाबः कांग्रेस विधायक दल में हमेशा आंतरिक लोकतंत्र रहा है. विधायक दल की बैठक में कोई भी विधायक अपनी राय रख सकता है. हमारी सरकार के पास पूर्ण बहुमत है और पूर्ण बहुमत वाली सरकार अच्छे तरीके से काम कर रही है. कोरोना संक्रमण के समय अन्य प्रदेशों से बेहतर तरीके से राजस्थान में काम हुआ है. 5 साल तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार अच्छी तरह काम करेगी और जो हमने वादे किए हैं जनता से वह कांग्रेस पार्टी पूरे करेगी.
सवालः सचिन पायलट की कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात हुई है, क्या अब उनकी एंट्री हो सकती है?
जवाबः कांग्रेस आलाकमान का जो फैसला होता है, वह चाहे कांग्रेस के नेता हो या कार्यकर्ता सभी को मान्य होता है. उन्होंने बताया कि चाहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश के मुख्यमंत्री हो या मैं प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष हूं, हम सभी को कांग्रेस आलाकमान ने ही यह आदेश दिए हैं कि इन पदों पर हम काम करें. आलाकमान अपने विवेक से काम करता है. राजस्थान में अब तक किसी के वापस आने की कोई खबर नहीं है और ना ही हमसे किसी ने कोई संपर्क किया है, जो कांग्रेस आलाकमान फैसला लेगा वह हम सबको मान्य है.
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सवालः बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों के मामले में कांग्रेस पार्टी के पक्षकार बनने पर...
जवाबः यह बसपा का मामला नहीं है, अब जो भी सदस्य हैं वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं. उन्होंने पूरी पार्टी का विलय किया है. इसलिए कांग्रेस पार्टी के सदस्य के ऊपर कोर्ट में अगर कोई बात आती है तो इसमें कांग्रेस पार्टी का भी पक्षकार बनना लाजमी है और हम उनकी तरफ से पैरवी करेंगे.
सवालः क्या सदन में फ्लोर टेस्ट होगा?
जवाबः सदन में जो भी कार्रवाई होती है, वह कार्य सलाहकार समिति की बैठक के बाद होगी. कार्य सलाहकार की बैठक में जो तय होगा, उसी के अनुसार विधानसभा में क्या कार्रवाई होगी, इस पर निर्णय लिया जाएगा.