जयपुर. प्रदेश में चल रहे उपचुनाव की जंग में हर दिन राजनीति नई करवट बदल रही है. सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में लादूलाल पितलिया के नाम वापसी विवाद पर चल रहे सियासी संग्राम के बीच लादूलाल सोमवार को जयपुर पहुंचे और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से मुलाकात की.
इस बीच ईटीवी भारत से बातचीत दौरान पितलिया ने कहा कि वे भाजपा के साथ हैं. उन्होंने कांग्रेस की ओर से उनके कथित वायरल लेटर और ऑडियो को लेकर लगाए आरोपों को भी निराधार बताया. वहीं, पूनिया ने कहा कि अब यह साफ हो चुका है कि कांग्रेस का लगाया आरोप पूरी तरह निराधार था. अब चाहे कांग्रेस नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करें या अपने कपड़े फाड़े.
दरअसल, सोमवार को लादूलाल पितलिया भाजपा नेता अजय धानधिया के साथ पूनिया के निवास पर पहुंचे. यहां पर इन नेताओं की बंद कमरे में मुलाकात भी हुई. उसके बाद सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे का मुंह भी मीठा कराया, जिसके फोटो भी मीडिया में वायरल कराए गए और यह संदेश भी दिया गया कि जो आरोप लादू लाल पितलिया के कथित वायरल ऑडियो और लेटर को लेकर कांग्रेस के नेता भाजपा और मोदी सरकार पर लगा रही है वो निराधार है.
करीब 1 घंटे की इस मुलाकात के दौरान लादूलाल पितालिया की धर्मपत्नी भी उनके साथ मौजूद रही. इस बीच ईटीवी भारत ने लादूलाल पितलिया और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से खास बातचीत की.
पत्र में मेरी हैंडराइटिंग नहीं है: पितलिया
इस मामले पर जब ईटीवी भारत ने लादूलाल पितलिया से खास बातचीत की तो उन्होंने हाल ही में वायरल हुए उनके कथित लेटर को लेकर कहा कि उसमें उनकी हैंडराइटिंग नहीं थी. साथ ही जो ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए उसके बारे में भी उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
मुझ पर कोई दबाव नहीं: पितलिया
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए लादूलाल पितलिया ने कहा कि उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं है. यदि उन पर दबाव होता तो वह यहां नहीं होते, बल्कि अपने घर में छुपे हुए होते. पितलिया ने यह भी कहा कि भाजपा पार्टी मेरा परिवार है और इसी मकसद से मैं यहां पर आया हूं. सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में मैं दिल से और मन से सेवा करता रहूंगा. साथ ही उन्होंने कहा कि वे भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार भी करेंगे.
कांग्रेस हार रही है: पूनिया
ईटीवी भारत से खास बातचीत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस नेता इसलिए परेशान हैं क्योंकि कांग्रेस हार रही है और भाजपा जीत रही है. पूनिया ने कहा कि बहुत अरसे से एक ही धारणा बना रखी थी की लादूलाल पितलिया चुनाव लड़ेंगे तो भाजपा को नुकसान होगा, लेकिन उन्होंने स्वेच्छा से नाम वापस लिया है. उन्होंने कहा कि उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं था, हमारी उनसे बात हुई है.
पढ़ें- 'हम शपथ लेते हैं कि...', नामांकन वापस लेने के बाद भड़के पितलिया समर्थक
पूनिया ने कहा कि पार्टी ने उनके नाम को गंभीरता से और प्राथमिकता से विचार किया था, लेकिन कुछ स्थानीय परिस्थितियों के कारण केंद्र के नेताओं की रायशुमारी व अनेक ऐसे कारण थे जिससे उन्हें प्रत्याशी नहीं बना पाए. लेकिन पार्टी ने जो उनके नाम पर विचार किया उससे खुद लादूलाल संतुष्ट थे. आमतौर पर इस तरह की कि जब राजनीतिक परिस्थितियां होती है तो लोग भावुक भी होते हैं, इसलिए उन्होंने कहा कि मैं एक-दो दिन अपने गुरु महाराज के यहां जाऊंगा.
कांग्रेस प्रेस वार्ता करें या अपने कपड़े फाड़े, अब सब साफ हो चुका है: पूनिया
सतीश पूनिया ने कहा कि अब सबकुछ साफ हो गया है. उन्होंने कहा कि खुद लादूलाल ने पत्र के बारे में कहा कि मेरी हैंडराइटिंग नहीं है, कांग्रेस पार्टी सियासत कर रही है और ओछी राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि इसका जवाब कांग्रेस को चुनाव परिणाम के दिन ही मिलेगा. उन्होंने कहा कि लादूलाल पूरी तरह से सहमत हैं कि वह पार्टी के कार्यकर्ता थे और रहेंगे.
पूनिया ने कहा कि अब लादूलाल चुनाव प्रचार भी करेंगें और मुझे पूरा भरोसा है कि इसका असर न केवल सहाड़ा बल्कि अन्य जगहों पर भी पड़ेगा. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि लादूलाल के यहां उपस्थित रहने से कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को सीधे तौर पर जवाब मिल गया कि उनकी जो सियासत थी और षड्यंत्र था वह अब बेनकाब हो गया है. अब वे प्रेस कॉन्फ्रेंस करें, कपड़े फाड़े, बाल नोचे जो भी चाहे कर सकते हैं.
चिट्ठी फर्जी थी और ऑडियो की वैधानिकता की जांच किसने करवाई: पूनिया
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि जिस तरह से चिट्ठी फर्जी थी उसी तरह से ऑडियो की वैधानिकता की जांच किसने करवाई. कांग्रेस के नेता आरोप लगाते थे कि लादूलाल के कर्नाटक स्थित प्रतिष्ठानों पर छापे मारे गए, लेकिन किस एजेंसी ने मारे और कब मारे यह भी कोई बता दें. उन्होंने कहा कि सब कांग्रेस का ही एक षड्यंत्र था जो अब बेनकाब हो चुका है.
पढ़ें- अमित शाह देश के गृह मंत्री हैं या गब्बर सिंहः डॉ. रघु शर्मा
गौरतलब है कि पिछले दिनों लादूलाल पितलिया भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन जब सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया गया तो उन्होंने बागी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था. जिसे बाद में वापस भी ले लिया. इसके बाद सियासी हलकों में इस बात को लेकर भी आरोप लगे कि लादूलाल पितलिया पर भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार नाम वापसी के लिए दबाव बना रही है.
वहीं, कुछ ऑडियो और एक पत्र भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ. जिसके बाद कांग्रेस के नेताओं ने मीडिया में केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर आरोप लगाया कि कर्नाटक में लादूराम पितलिया के प्रतिष्ठानों पर छापे मारकर और दबाव में लेकर उनका नामांकन वापिस करवाया गया है. हालांकि, इस दौरान लादूलाल पितलिया ने मीडिया से दूरी बना रखी थी, लेकिन अब इस पूरे घटनाक्रम का जयपुर में पटाक्षेप हो चुका है.