चुनाव में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग होगा बंद विश्व पर्यावरण दिवस पर भारत निर्वाचन आयोग पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में एक नई पहल करने जा रहा है. जिसमें आने वाले चुनावों में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा. कल यानी विश्व पर्यावरण दिवस पर इसकी जागरुकता के लिए होने वाली दौड़ के साथ निर्वाचन विभाग अपने रोजमर्रा के कामकाज में एनवायरनमेंट फ्रेंडली दिशा में (enivironment friendly decision by election Commission ) कदम उठा रहा है.
चुनाव प्रक्रिया में बदलेगी तस्वीर: अब चुनाव प्रक्रिया की तस्वीर काफी कुछ बदलने वाली है. चुनाव सामग्री से लेकर निर्वाचन के छोटे-मोटे काम में इस्तेमाल होने वाले कागजों की खपत कम की जाएगी. इस मुद्दे को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने नई गाइडलाइन भी जारी कर दी हैं . इस गाइडलाइन के तहत अब सभी काम काज को एनवायरमेंट फ्रेंडली बनाया जाएगा. इस मामले को लेकर राज्य निर्वाचन विभाग की ओर से कई तरह के उपाय किए (enivironment friendly decision by election Commission ) जाएंगे .
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ये कदम उठाए जा रहे हैं: भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार विश्व पर्यावरण दिवस पर निर्वाचन विभाग पौधारोपण सहित कई पर्यावरण की जागरूकता से संबंधित कार्यक्रम राज्य स्तर पर करेगा. इस कार्यक्रमों के जरिए आम जन को पर्यावरण के प्रति जागरूक जाएगा. साथ ही किस तरह से सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग खतरनाक साबित होता है, इसको लेकर भी लोगों को जागरूक किया जाएगा. इतना ही नही निर्वाचन विभाग इस कार्यक्रम में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के साथ मिलकर कई तरह की अलग-अलग (election commission will not use single use plastic ) एक्टिविटीज करेगा .
ये कार्यक्रम होंगे: सीईओ कार्यालय, ईवीएम वीवीपट वेयरहाउस और पोलिंग बूथों पर पौधरोपण होगा . इसी के साथ पर्यावरण विभाग की ओर से निर्वाचन प्रक्रिया में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की जागरूकता फैलाई जाएगी. वहीं राज्य स्तरीय कार्यक्रम 'रन फॉर एनवायरमेंट' में निर्वाचन विभाग के अधिकारी भी शामिल होंगे. बता दें कि यह कार्यक्रम जिला और ERO स्तर पर आयोजित किया जा रहा (Program on world Environment Day In Jaipur ) है.
बता दें, सीईओ कार्यालय पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पहले से काम कर रहा है. सीईओ कार्यालय में सोलर पैनल के जरिए विद्युत आपूर्ति हो रही है. सारे ईवीएम और वीवीपैट वेयरहाउस में हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया है. साथ ही डीईओ, बीएलओ और अन्य विभागों के साथ सरकारी पत्राचार के लिए ईमेल और डिजिटल मीडिया का उपयोग सुनिश्चित किया गया है. नए मतदाता जोड़ने के लिए एप या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर जोर दिया गया है, जिससे फॉर्म 6, 7 और 8 का कम उपयोग हो.
डीईओ स्तर पर ये कदम उठाए जाएंगे: डीईओ ऑफिस वेयर हाउस पोलिंग बूथ में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. साथ ही सभी ईवीएम और वीवीपेट वेयरहाउस में सोलर पैनल लगाए जाएंगे. डीईओ, बीएलओ और अन्य विभागों के साथ सरकारी पत्राचार के लिए ईमेल और डिजिटल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना सुनिश्चित किया जाएगा. मतदान और चुनाव संबंधी जागरूकता के लिए काम में आने वाले सभी तरह के प्लास्टिक के झंडे, PVC बैनर्स का उपयोग कम से कम किया जाएगा. चुनाव प्रक्रिया की निर्वाचन सामग्री पैकेजिंग में इको फ्रेंडली कपड़े या पेपर का इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही वन और पर्यावरण विभाग के आयोजित होने वाले वन महोत्सव में नए वोटर्स की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्कूल और कॉलेजों में ELC के जरिए कार्यक्रम आयोजित करने का पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है.
पर्यावरण जन-जागृति दौड़- विश्व पर्यावरण दिवस पर कल यानि रविवार सुबह 7 बजे जयपुर के अल्बर्ट हॉल से जागृति दौड़ निकाली जाएगी. इसको लेकर सीएम अशोक गहलोत ने भी प्रदेशवासियों से अपील की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि इस जागृति दौड़ में शामिल हों और अधिक से अधिक पर्यावरण संरक्षण में (Environmental Awareness Race In Jaipur) अपना योगदान दें.