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जयपुर में साल में सिर्फ एक बार खुलता है ये शिव मंदिर, उमड़ता है आस्था का सैलाब - Rajasthan News

जयपुर के मोती डूंगरी क्षेत्र की पहाड़ियों पर स्थित एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर प्राचीन मंदिरों में शामिल है. ये शिव मंदिर साल में सिर्फ एक बार खुलता है. भोले के दर्शन प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु तड़के 4 बजे से ही कतार में लगना शुरू हो जाते हैं.

जयपुर में शिव मंदिर, Rajasthan News, आस्था का सैलाब
जयपुर में महाशिवरात्रि पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
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Published : Feb 21, 2020, 6:04 PM IST

जयपुर. शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर हर-हर महादेव और बम-बम भोले की गूंज शहरभर में सुनाई दी. शिवालयों के दर्शन करने के लिए भक्तों की लंबी कतार दिखाई दी. जयपुर के मोती डूंगरी क्षेत्र की पहाड़ियों पर स्थित एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर प्राचीन मंदिरों में शामिल है. ये शिव मंदिर साल में सिर्फ एक बार खुलता है. इसलिए एकलिंगेश्वर महादेव के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु सालभर इंतजार करते हैं और उनका इंतजार महाशिवरात्रि के दिन ही पूरा होता है.

जयपुर में महाशिवरात्रि पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

भगवान भोले का दर्शन प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु तड़के 4 बजे से ही कतार में लगना शुरू हो जाते हैं. शिवरात्रि के दिन मंदिर में दर्शनों के लिए आने वाले भक्तों की कतार कई किलोमीटर लंबी होती है और भक्तों की श्रद्धा देखते ही बनती है.

पढ़ें: महाशिवरात्रि विशेष: इस कारण भगवान शिव को अति प्रिय है 'बेलपत्र'

एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर जयपुर की स्थापना से भी पुराना मंदिर है. मंदिर में सिर्फ भोलेनाथ शिवलिंग के रूप में विराजमान है. ये भी कहा जाता है कि पहले शिव के साथ शिव परिवार की स्थापना की गई थी. लेकिन, कुछ समय बाद उनकी प्रतिमाएं गायब हो गई. इसके बाद फिर शिव परिवार की स्थापना की गई, लेकिन एक बार फिर से परिवार अदृश्य हो गया.

इस घटना के बाद किसी ने फिर मूर्तियों को स्थापित करने का साहस नहीं किया. इसलिए इस समय मंदिर में शिवालय ही विराजमान है. यहां राज परिवार की ओर से पूजा-अर्चना की जाती है. ये मंदिर साल में एक बार ही खुलता है. इसलिए शिवरात्रि के दिन इसके प्रति श्रद्धालुओं में विशेष आकर्षण होता है. करीब एक किलोमीटर की चढ़ाई कर और कई घंटों तक लाइन में लगकर लोग यहां भगवान के दर्शन के लिए आते हैं.

जयपुर. शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर हर-हर महादेव और बम-बम भोले की गूंज शहरभर में सुनाई दी. शिवालयों के दर्शन करने के लिए भक्तों की लंबी कतार दिखाई दी. जयपुर के मोती डूंगरी क्षेत्र की पहाड़ियों पर स्थित एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर प्राचीन मंदिरों में शामिल है. ये शिव मंदिर साल में सिर्फ एक बार खुलता है. इसलिए एकलिंगेश्वर महादेव के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु सालभर इंतजार करते हैं और उनका इंतजार महाशिवरात्रि के दिन ही पूरा होता है.

जयपुर में महाशिवरात्रि पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

भगवान भोले का दर्शन प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु तड़के 4 बजे से ही कतार में लगना शुरू हो जाते हैं. शिवरात्रि के दिन मंदिर में दर्शनों के लिए आने वाले भक्तों की कतार कई किलोमीटर लंबी होती है और भक्तों की श्रद्धा देखते ही बनती है.

पढ़ें: महाशिवरात्रि विशेष: इस कारण भगवान शिव को अति प्रिय है 'बेलपत्र'

एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर जयपुर की स्थापना से भी पुराना मंदिर है. मंदिर में सिर्फ भोलेनाथ शिवलिंग के रूप में विराजमान है. ये भी कहा जाता है कि पहले शिव के साथ शिव परिवार की स्थापना की गई थी. लेकिन, कुछ समय बाद उनकी प्रतिमाएं गायब हो गई. इसके बाद फिर शिव परिवार की स्थापना की गई, लेकिन एक बार फिर से परिवार अदृश्य हो गया.

इस घटना के बाद किसी ने फिर मूर्तियों को स्थापित करने का साहस नहीं किया. इसलिए इस समय मंदिर में शिवालय ही विराजमान है. यहां राज परिवार की ओर से पूजा-अर्चना की जाती है. ये मंदिर साल में एक बार ही खुलता है. इसलिए शिवरात्रि के दिन इसके प्रति श्रद्धालुओं में विशेष आकर्षण होता है. करीब एक किलोमीटर की चढ़ाई कर और कई घंटों तक लाइन में लगकर लोग यहां भगवान के दर्शन के लिए आते हैं.

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