जयपुर. प्रदेश के शिक्षकों को प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से गैर शैक्षनिक कार्यों में लगाए जाने के मामले पर राज्य सरकार ने संज्ञान लेते हुए आदेशों को वापस ले लिया है. ईटीवी भारत पर खबर प्रसारित होने के बाद एक तरफ जहां शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को आदेश वापस लेने के निर्देश दिए, तो वहीं ट्विटर पर पूर्व शिक्षा मंत्री और वर्तमान शिक्षा मंत्री के बीच ट्विटर वॉर शुरू हो गया.
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अंधेर नगरी चौपट राजा।
— Vasudev Devnani (@VasudevDevnani) June 1, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
शिक्षा विभाग के अजब गजब आदेश ! प्रदेश की कांग्रेस सरकार लगातार शिक्षकों का अपमान कर रही हैं ।अब प्रवासी लोगों का मनोरंजन करेंगे शिक्षक। जिला शिक्षा अधिकारी करौली ने जारी किया आदेश।क्वारेनटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों के मनोरंजन में लगाई शिक्षकों की ड्यूटी pic.twitter.com/ykZPCJrLM2
">अंधेर नगरी चौपट राजा।
— Vasudev Devnani (@VasudevDevnani) June 1, 2020
शिक्षा विभाग के अजब गजब आदेश ! प्रदेश की कांग्रेस सरकार लगातार शिक्षकों का अपमान कर रही हैं ।अब प्रवासी लोगों का मनोरंजन करेंगे शिक्षक। जिला शिक्षा अधिकारी करौली ने जारी किया आदेश।क्वारेनटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों के मनोरंजन में लगाई शिक्षकों की ड्यूटी pic.twitter.com/ykZPCJrLM2अंधेर नगरी चौपट राजा।
— Vasudev Devnani (@VasudevDevnani) June 1, 2020
शिक्षा विभाग के अजब गजब आदेश ! प्रदेश की कांग्रेस सरकार लगातार शिक्षकों का अपमान कर रही हैं ।अब प्रवासी लोगों का मनोरंजन करेंगे शिक्षक। जिला शिक्षा अधिकारी करौली ने जारी किया आदेश।क्वारेनटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों के मनोरंजन में लगाई शिक्षकों की ड्यूटी pic.twitter.com/ykZPCJrLM2
बता दें कि विभिन्न जिलों में शिक्षकों की ड्यूटी पहले टिड्डी बचाव और फिर बाढ़ नियंत्रण दल में लगाई गई, फिर मृत्युभोज और शादी में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने में लगा दी गई थी. यही नहीं खुद करौली मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने 12 शिक्षकों को क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासियों के मनोरंजन के लिए तैनात कर दिया था. साथ ही जिला कलेक्टर ने शिक्षकों की ड्यूटी आवारा पशुओं की गणना में लगा दी थी. मामले को लेकर शिक्षकों में भारी असंतोष था. इस मामले को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रसारित किया, जिस पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने इस तरह के आदेशों को वापस लेने के निर्देश दिए है.
शिक्षा मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री के बीच ट्विटर वॉर
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थोड़ा लेट जागे जनाब, इस आदेश पर एक्शन लेने के बाद आपका बयान आना यह दर्शाता है की आप केवल राजनीति करने के उद्देश्य से यह कह रहे हैं।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) June 2, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
जहाँ तक बात है बात शिक्षकों के सम्मान की है तो प्रदेश के शिक्षक इस बात के साक्षी हैं की उनके सम्मान की लिए मैं सदैव उनके साथ खड़ा था, हूँ और रहूँगा। https://t.co/5r8znWSpXo
">थोड़ा लेट जागे जनाब, इस आदेश पर एक्शन लेने के बाद आपका बयान आना यह दर्शाता है की आप केवल राजनीति करने के उद्देश्य से यह कह रहे हैं।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) June 2, 2020
जहाँ तक बात है बात शिक्षकों के सम्मान की है तो प्रदेश के शिक्षक इस बात के साक्षी हैं की उनके सम्मान की लिए मैं सदैव उनके साथ खड़ा था, हूँ और रहूँगा। https://t.co/5r8znWSpXoथोड़ा लेट जागे जनाब, इस आदेश पर एक्शन लेने के बाद आपका बयान आना यह दर्शाता है की आप केवल राजनीति करने के उद्देश्य से यह कह रहे हैं।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) June 2, 2020
जहाँ तक बात है बात शिक्षकों के सम्मान की है तो प्रदेश के शिक्षक इस बात के साक्षी हैं की उनके सम्मान की लिए मैं सदैव उनके साथ खड़ा था, हूँ और रहूँगा। https://t.co/5r8znWSpXo
हालांकि, यह मामला इसके बाद भी शांत नहीं हुआ. शिक्षकों की इस लड़ाई में पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी भी कूद पड़े और ट्वीट कर राज्य सरकार पर निशाना साधा. देवनानी ने ट्वीट किया कि अंधेर नगरी चौपट राजा, शिक्षा विभाग के अजब-गजब आदेश. प्रदेश की कांग्रेस सरकार लगातार शिक्षकों का अपमान कर रही है. इसके साथ उन्होंने उन आदेशों की प्रति ट्वीट की जो करौली जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जारी किए गए थे.
पढ़ें- स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अब टिड्डी दल उड़ाने और बाढ़ नियंत्रण कक्ष की जिम्मेदारी
वहीं, इस पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने चुटकी लेते हुए ट्वीट किया कि थोड़ा लेट जागे जनाब, इस आदेश पर एक्शन लेने के बाद आपका बयान आना ये दर्शाता है कि आप केवल राजनीति करने के उद्देश्य से यह कर रहे हैं. जहां तक बात शिक्षकों के सम्मान की है तो प्रदेश के शिक्षक इस बात के साक्षी हैं कि उनके सम्मान के लिए मैं सदैव उनके साथ खड़ा था, हूं और रहूंगा.
हालांकि अभी भी कई ऐसे आदेश हैं जो शिक्षकों की गरिमा को आघात पहुंचा रहे हैं. फिलहाल शिक्षा मंत्री के निर्देश पर कुछ एक आदेश वापस लिए गए हैं, लेकिन इस बीच शिक्षा मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री के बीच ट्विटर वॉर शुरू हो गया है.