जयपुर. राजधानी के स्कूलों में सावरकर और डॉक्टर हेडगेवार का मुद्दा एक बार फिर उठा है. इस बार यह मामला एक स्कूल में सावरकर और हेडगेवार की फोटो लगाने का है. सांगानेर के एक सरकारी स्कूल में दोनों की फोटो लगे होने की सूचना जब शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा तक पहुंची तो शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को मामले की जानकारी लेने के निर्देश दिए हैं.
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि स्कूलों में सिर्फ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और भीमराव अंबेडकर की फोटो होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कक्षा कक्षों के नाम भी वीर सावरकर और हेडगवार के नाम पर नहीं होंगे.
डोटासरा ने कहा कि स्कूलों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो होनी चाहिए. प्रदेश सरकार महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रही है और सरकार लाइब्रेरी में भी महात्मा गांधी की जीवनी और उनके ऊपर लिखी गई किताबों को ही वितरित करेगी. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथियों को मनाया जाना चाहिए क्योंकि इन लोगों ने देश को आजादी दिलाई है.
शिक्षा मंत्री ने सावरकर के विषय पर पाठ को लेकर कहा कि किसी भी तरह से दूसरा अन्य कोई विषय पढ़ाते हैं तो उसको राज्य सरकार ने ठीक करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि सावरकर के फोटो की बात पता चली है तो इसमें अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हैं. डोटासरा ने कहा कि वीर सावरकर, पंडित दीनदयाल, हेडगेवार और श्याम प्रसाद मुखर्जी की फोटो लगाने का कोई औचित्य ही नहीं है. इनका बच्चों के कक्षा कक्ष से कोई संबंध नहीं है.