जयपुर. शिक्षा विभाग में इन दिनों तबादलों का दौर शुरू हो गया है. साथ ही छह जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव होने हैं. इस बीच शिक्षा विभाग ने राज्य निर्वाचन आयोग की रोक के बावजूद चुनाव वाले जिलों में शिक्षक ग्रेड-2, प्रयोगशाला सहायकों और पुस्तकालयाध्यक्षों के तबादले कर दिए. अब राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव वाले जिलों में किए गए तबादलों को निरस्त करते हुए इस पर शिक्षा विभाग को फटकार लगाई है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं सचिव चित्रा गुप्ता ने आज बुधवार को स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा है. इसमें बताया गया है कि जयपुर, जोधपुर, दौसा, भरतपुर, सवाई माधोपुर और सिरोही में पंचायतीराज चुनाव की आचार संहिता प्रभावी है. इसके बावजूद इन जिलों में शिक्षा विभाग ने कर्मचारियों के तबादले कर दिये हैं.
जबकि इस संबंध में निर्वाचन आयोग से कोई अनुमति नहीं ली गई है. इस पत्र में कहा गया है कि इन छह जिलों से अन्य जिलों में, अन्य जिलों से इन छह जिलों में और इन 6 जिलों में से किसी एक ही जिले के भीतर किए गए तबादले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं. इसलिए इन श्रेणियों में आने वाले तबादले आचार संहिता का उल्लंघन होने के कारण निरस्त किए जाते हैं.
इसके साथ ही इस पत्र में निर्देश भी दिए गए हैं कि जयपुर, जोधपुर, दौसा, भरतपुर, सवाई माधोपुर और सिरोही में आचार संहिता प्रभावित रहने के दौरान निर्वाचन आयोग की अनुमति के बिना कोई तबादले नहीं किए जाएं. बता दें कि इन छह जिलों में पिछले दिनों चिकित्सा विभाग और जलदाय विभाग की ओर से किए गए तबादले भी मंगलवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने निरस्त कर दिए थे.