जयपुर. राजस्थान सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से बुधवार को ईडी ने पूछताछ की. शाम 4 बजे प्रताप सिंह ईडी के जयपुर दफ्तर पहुंचे. जहां उनसे देर रात सवा 11 बजे तक पूछताछ की गई. 7 घंटों से ज्यादा चली पूछताछ के बाद प्रताप सिंह खाचरियावास ईडी दफ्तर से बाहर आए और मीडिया से बात की.
बता दें कि, ईडी ने प्रताप सिंह खाचरियावास और उनके पिता लक्ष्मण सिंह शेखावत को नोटिस जारी करके दिल्ली बुलाया था लेकिन दोनों के नहीं पहुंचने पर ईडी ने एक ओर नोटिस जारी कर बुधवार को जयपुर ईडी ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया. ईडी के सामने पूछताछ के लिए मंत्री प्रताप सिंह पेश हुए. खाचरियावास से पूछताछ करने के लिए ईडी के अधिकारी जयपुर आए हुए थे. हालांकि आगे कब पूछताछ होगी इस बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन ईडी ने पूछताछ के लिए खाचरियावास को उपलब्ध रहने को कहा है.
खाचरियावास ने क्या कहा
ईडी दफ्तर से निकलने के बाद मंत्री खाचरियावास ने मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए कहा कि, मुझसे जमीनों की खरीद-फरोख्त के मामले में पूछताछ नहीं हुई है, बल्कि मेरी बैलेंस शीट और आय-व्यय को लेकर पूछताछ की गई है. बॉर्डर पर जमीनों की खरीद के मामले में पूछताछ की बात बिल्कुल निराधार है. मीडिया में आ रही इस तरह की खबरें सही नहीं है. उन्होंने कहा कि, ईडी का ये खेल राजनीति से प्रेरित है. इस वक्त बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने खड़ी हैं. जांच एजेंसियों को सभी से पूछताछ करने का अधिकार है. ऐसे में वो भी कैबिनेट मंत्री है तो उनकी भी जिम्मेदारी बनती है कि वो कानून का सम्मान करें. इसीलिए वो ईडी के दफ्तर में आए.
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दरअसल नोटिस में ऐसा आरोप है कि पीएसीएल कंपनी के एजेंट के रूप में प्रताप सिंह खाचरियावास के परिवार की कंपनी बॉर्डर पर जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम करती थी. इसी मामले में पैसे के लेन-देन में ईडी का नोटिस आया है. जबकि परिवहन मंत्री इसको सिरे से खारिज कर दिया. उनका कहना है कि उनसे ईडी ने केवल बैलेंस शीट को लेकर पूछताछ की है.