जयपुर. राजस्थान में चल रहे सियासी महासंग्राम के बीच एक ओर गहलोत और पायलट कैंप के बीच तकरार चल रही है, तो दूसरी ओर अब राजस्थान में केंद्रीय एजेंसियां भी एक्टिव हो चुकी हैं. जहां इस मामले में बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत पर ईडी की कार्रवाई हुई है, तो वहीं बीते 3 दिनों से सीबीआई भी विधायक कृष्णा पूनिया और मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी से पूछताछ कर चुकी है.
ऐसे में अब कहा जा रहा है कि कई मंत्रियों पर भी सीबीआई की कार्रवाई हो सकती है. इसी बीच राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तो पहले ही कह चुके थे कि इस तरीके की कार्रवाई हो सकती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के भाई पर जिस तरीके से कार्रवाई हुई है, उसके बाद कई मंत्रियों को भी केंद्र सरकार इसी तरीके से परेशान कर सकती है.
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'भाजपा सरकार तानाशाही पर उतर गई है'
खाचरियावास ने कहा कि हम इसे लेकर तैयार हैं. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार अब तानाशाही पर उतर आई है. पहले मध्य प्रदेश और राजस्थान में जांच एजेंसियों के नाम पर मनमानी करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अब तो केवल गोली चलना ही बाकी रह गया है.
परिवहन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के भाई पर ईडी की कार्रवाई इसलिए हो रही है क्योंकि वह मुख्यमंत्री के भाई हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद बद्री जाखड़ पर भी ईडी ने कार्रवाई की है क्योंकि वह भी मुख्यमंत्री के करीबी रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने नंबर गेम पूरा कर लिया तो डराने धमकाने की कोशिश के तौर पर भाजपा काम कर रही है.
'कांग्रेस कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है'
खाचरियावास ने कहा कि लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए चाहे कांग्रेस कार्यकर्ता मर ही क्यों न जाए, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं. प्रताप सिंह ने कहा की चाल-चरित्र की बात करने वाली भाजपा संविधान को फेंक रही है. अगर विधानसभा अध्यक्ष की संवैधानिक संस्थाओं को ही कोर्ट गाइड करेगी तो फिर लोकतंत्र ही खत्म हो जाएगा. हर किसी संवैधानिक संस्था को उसका अधिकार प्राप्त है.