जयपुर. शैक्षणिक संस्थाएं खुलते ही एक बार फिर से छात्रों को नशे के दलदल में धकेलने वाले तस्कर सक्रिय हो गए हैं. जिसे देखते हुए कमिश्नरेट स्पेशल टीम ने ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत शैक्षणिक संस्थाओं के आसपास तस्करों पर विशेष निगरानी रखना शुरू किया (Operation clean sweep around educational institute) है.
इसके साथ ही जयपुर पुलिस ने शैक्षणिक संस्थाओं के आसपास अपने मुखबिर तंत्र को मजबूत करने का काम किया है ताकि मादक पदार्थों के तस्करों की जानकारी जल्द मिल सके और उनके विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जा सके. वहीं ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत पिछले 2 वर्ष में मादक पदार्थों के तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए जयपुर पुलिस 1360 तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है. जिनसे भारी मात्रा में अलग-अलग तरह के मादक पदार्थ, प्रतिबंधित दवाइयां, इंजेक्शन व मॉर्डन ड्रग बरामद की जा चुकी है.
यूथ तक नशा पहुंचाने वाले तस्करों पर विशेष निगरानी: एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि स्कूल-कॉलेज खुलने के साथ ही यूथ तक नशे की खेप पहुंचाने वाले तस्करों व सप्लायर्स पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. ऐसे तस्कर जो पूर्व में गिरफ्तार हो चुके हैं, उन पर निगरानी रखने के साथ ही उनके नेटवर्क से जुड़े हुए अन्य तस्करों व सप्लायर्स पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है. हाल ही में मणिपाल यूनिवर्सिटी के पास से छात्रों को गांजा सप्लाई करने वाले एक तस्कर को दबोचा गया है. तस्कर गांजा कहां से लेकर आता है और साथ ही उसके साथ जुड़े हुए अन्य तस्कर किन-किन शैक्षणिक संस्थाओं के बाहर मादक पदार्थों की सप्लाई करते हैं, इन तमाम चीजों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.
सप्लायर से लेकर खेती करने वाले तस्करों तक नजर: चौधरी ने बताया कि ऐसे यूथ जो मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त हैं और स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों तक नशा पहुंचा रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही ऐसे लोग जो खेतों में चोरी-छिपे गांजे की खेती करने में लगे हैं उनके विरुद्ध भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. हाल ही में शिवदासपुरा थाना इलाके में पांच ऐसे किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई, जो गेहूं व अन्य खेती के बीच में गांजे की खेती करने में लगे हुए थे. ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत गिरफ्तार किए गए तस्करों में 1180 पुरुष तो वहीं 180 महिला तस्कर शामिल हैं. मादक पदार्थों की तस्करी के खेल में नाबालिग से लेकर 61 साल से अधिक उम्र के वृद्ध तक शामिल पाए गए हैं.