जयपुर. मथुरा जेल से रिहा होने के बाद में डॉ. कफील खान और उनके परिवार ने राजधानी जयपुर का रुख किया है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की तरफ से कफील खान को पूर्ण रूप से सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया है. जिसके बाद में डॉ. कफील अपनी मां नुजहत परवीन, बड़े भाई अदिल खान, पत्नी शबिस्ता खान, 4 साल की बेटी जबरीना कफिल खान, डेढ़ वर्षीय बेटे ओलिवर कफिल खान के साथ में राजधानी जयपुर के एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि अब जब कोर्ट की तरफ से स्थिति साफ हो गई है. मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखूंगा कि मुझसे छीनी गई नौकरी इज्जत के साथ में दोबारा से वापस दे दी जाए. ताकि मैं लोगों का इलाज और भी बेहतरीन तरीके से कर सकूं. उन्होंने कहा कि मुझे उत्तर प्रदेश पुलिस पर भरोसा नहीं है. वहां पुलिस वाले कहते हैं कि हमें तो जो ऊपर से आर्डर मिलता है उस आर्डर की हम पालना करते हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से भी अपने आप को खतरा बताया है.
उन्होंने बताया कि जयपुर आने के बाद वे काफी ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. राजस्थान के लोग अपने आप में काफी ज्यादा अलग हैं. उनको काफी ज्यादा प्यार यहां पर मिल रहा है. डॉ. कफील खान ने अपनी जेल की जिंदगी के बारे में बताते हुए कहा कि जेल में काफी ज्यादा यातनाएं उनको दी गई.
जिसको वह दोबारा से अपनी जिंदगी में नहीं याद करना चाहते. डॉ. कफील ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एक बार ऑक्सीजन खत्म हो गई थी, उसमें मैंने खुलकर जो लापरवाही थी उसके बारे में दास्तां बयां की थी. डॉ. कफील ने कहा कि उस वक्त किसी ठेकेदार को पैसे नहीं मिलने की वजह से अस्पताल में ऑक्सीजन को रोक दिया गया था, और जो भ्रष्टाचार थे उसके बारे में मैंने काफी ज्यादा आवाज बुलंद की थी. जिसके बाद मेरी जिंदगी के हालात खराब होना शुरू हो गए.
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उन्होंने बताया कि मुझे बार-बार जेल भेजा गया. मैं आज भी जो गलत है उस चीज का खुलकर विरोध करता हूं और जिन-जिन लोगों ने इस दौरान मेरा साथ दिया है, उन तमाम लोगों का दिल से शुक्रिया अदा करता हूं. राजधानी जयपुर आने के सवाल पर डॉ. कफील खान ने कहा कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने मुझे फोन पर आश्वस्त किया था कि आप राजस्थान में महफूज रहेंगे.
जिसके बाद अब मैं कुछ दिनों के लिए राजधानी जयपुर में रहने आया हूं. यहां सुरक्षित रूप से अपने परिवार के साथ समय गुजार लूंगा. वहीं, आने वाले समय में राजनीति में आने के सवाल पर डॉ. कफील खान ने साफतौर पर इंकार करते हुए कहा कि मैं एक डॉक्टर हूं और मुझे डॉक्टर ही रहना पसंद है. राजनीति में आना मेरा उद्देश्य या मेरा मकसद नहीं है.