जयपुर. राजस्थान कांग्रेस का अधिवेशन बिरला सभागार (Rajasthan Congress session) में चल रहा है. इस अधिवेशन में गोविंद सिंह डोटासरा के महाराणा प्रताप विवाद का असर भी दिखाई दिया. हाल यह रहा कि पीसीसी चीफ डोटासरा ने खुले मंच से कांग्रेस नेताओं को सलाह दी (Dotasra advice to Congress leaders) कि कोई भी ऐसी बात नहीं करें जिसे भाजपा मुद्दा बना ले.
डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस अधिवेशन में जो भी बताएं तरीके से बताएं, कोई दिक्कत नहीं है. हम सुनने को तैयार हैं. सरकार के सिस्टम को लेकर भी कोई बात हो तो कहें, कोई सुधार की आवश्यकता हो तो बता सकते हैं. उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को सलाह दी कि केंद्र में सत्ताधारी दल भाजपा के लोग नॉन इश्यू को इश्यू बनाना जानते हैं. यदि किसी ने भी कोई ऐसी बात बंद कमरे में खुले मन से कह दी तो हमारे अधिवेशन को भाजपा दूसरी दिशा में ले जाएगी.
पढ़ें. प्रदेश कांग्रेस का एक दिवसीय अधिवेशन शुरू, पहली बार बजट पर पार्टी देगी सरकार को सुझाव
उन्होंने कहा कि आप सब कांग्रेस के वह नेता हैं जिसके कारण सरकारी बनती है. आप सभी की ताकत और कार्यकर्ताओं की मेहनत से यह सरकार 2023 में दोबारा सत्ता में आएगी और 2024 में मोदी सरकार सत्ता से जाएगी.
डोटासरा बोले हमारा माउथ मीडिया भी कमजोर
अधिवेशन को संबोधित करते हुए पीसीसी चीफ डोटासरा ने यह भी स्वीकार किया की मीडिया ही नहीं कांग्रेस का माउथ मीडिया भी कमजोर है. यह मानने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है. डोटासरा ने कहा कि जब हम एक ट्वीट करते हैं तो वे लोग 100 ट्वीट कर देते हैं. ऐसे में हमें हमारे माउथ मीडिया को भी मजबूत करना होगा. भले ही डोटासरा ने अपनी बात में माउथ मीडिया शब्द का इस्तेमाल किया, लेकिन हर कोई जानता है कि पार्टी का कार्यकर्ता ही पार्टी का मौखिक प्रचार करता है. ऐसे में सीधे तौर पर डोटासरा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की इस कमजोरी को भी अधिवेशन के जरिए सामने रख दिया.